- भोपाल, । देश में कोरोना वायरस के मामलों में बेहिसाब वृद्धि हुई है। देश के तमाम अस्पताल कोरोना के मरीजों से भरे पड़े हैं। ऐसे में ऑक्सीजन की डिमांड भी काफी बढ़ गई है। कई जगहों से ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी की भी खबरें सामने आई हैं। मध्य प्रदेश में भी रेमेडिसविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी की खबर सामने आई थी।
रेमेडिसविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी को रोकने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा, ‘ऑक्सीजन सिलेंडरों और रेमेडीसविर इंजेक्सन की कालाबाजारी को रोकने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है। सभी को अपराधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिये गए हैं। जो भी लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करेगा उसके साथ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी।’ मालूम हो कि राज्य में रेमेडिसविर इंजेक्शन की कमी की बात सामने आई थी, जिसके बात सरकार ने इसकी कालाबाजारी को रोकने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है।
मध्य प्रदेश को 4 दिन पहले 15 हजार रेमेडिसविर इंजेक्शन की डोज भिजवाई गई थीं। यह रेमेडिसविर की तीसरी खेंप थी जो मध्य प्रदेश सरकार को पहुंचाई गई थी। इससे पहले दो खेंप मध्य प्रदेश सरकार को भेजी जा चुकी हैं। लेकिन इसके बावजूद वहां रेमेडिसविर इंजेक्शन की कमी का मुद्दा सुलझ नहीं पाया है। राज्य में रेमेडिसविर इंजेक्शन के चोरी होने के भी मामले सामने आए हैं। मध्य प्रदेश में इसकी भारी कमी चल रही है, जिसके चलते लोग इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं।