रांची, । Jharkhand Crime News झारखंड के नक्सलियों तक हथियार तस्करी करने वाले के माध्यम से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) अलगाववादी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआइ) तक पहुंचने की तैयारी में है। इसके लिए एनआइए ने अनुसंधान तेज कर दी है। एनआइए ने पिछले माह इस आतंकी समूह के नक्सली कनेक्शन मामले में पूर्व में गिरफ्तार चार नक्सलियों को रिमांड पर लिया था। इन नक्सलियों में सब जोनल कमांडर रहा दशरथ सिंह खेरवार, मारकुस नगेशिया, संजय नगेशिया उर्फ मोटा व शीला खरवार शामिल हैं।
लोहरदगा-लातेहार सीमा पर हुई थी गिरफ्तारी
ये सभी लोहरदगा-लातेहार सीमा पर बुलबुल जंगल में चले पुलिस के आपरेशन डबल बुल के दौरान गिरफ्तार किए गए थे। इन नक्सलियों से पूछताछ में हथियार सप्लाई के लिंक मिले हैं। एनआइए ने आपरेशन डबल बुल के दौरान बरामद 28 हथियारों के मामले को टेकओवर किया था।
एटीएस ने मार्च में चार बदमाशों को दबोचा था
झारखंड एटीएस ने इसी वर्ष मार्च में शेरघाटी बस स्टैंड से 35 देसी पिस्टल के साथ चार बदमाशों को दबोचा था। इसके बाद पूछताछ में यह खुलासा हुआ था कि बिहार के औरंगाबाद जेल में बंद हरेंद्र यादव व अरमान मलिक हथियार सप्लाई का मास्टरमाइंड रहा है, जो यूपी के बड़े हथियार तस्कर मुबारक अंसारी गैंग से जुड़ा हुआ है।
एनआइए जल्द करेगी पूछताछ
एनआइए सूत्रों के मुताबिक, बहुत जल्द एनआइए औरंगाबाद जेल में बंद हरेंद्र यादव व अरमान मलिक से भी पूछताछ करेगी। एनआइए के पास अंतरराष्ट्रीय हथियारों की तस्करी से संबंधित मामले भी अनुसंधान के अधीन हैं, जिसमें हथियार सप्लाई के चेन को एक-दूसरे से जोड़कर देखा जा रहा है।