कोलकाता। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे की जानकारी एक्स के माध्यम से दी है।
कौस्तव बागची ने खरगे को भेजा इस्तीफा
कौस्तव बागची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना इस्तीफा शेयर करते हुए पार्टी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिलने पर इस्तीफा दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी के राज्य प्रमुख अधीर रंजन चौधरी और महासचिव गुलाम अहमद मीर को भेजा है।
कौस्तव बागची ने पार्टी पर उठाए सवाल
बागची ने एक बयान में कहा कि शायद अब लोग मुझे पार्टी विरोधी कहेंगे, लेकिन मैं एक बात बार-बार कह रहा हूं कि मैं कांग्रेस के भ्रष्ट टीएमसी से हाथ मिलाने के खिलाफ हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व पश्चिम बंगाल इकाई को कोई महत्व नहीं देता। इसलिए मैं अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करना चाहता और पार्टी में रहना नहीं चाहता।
भाजपा में शामिल होने के दिए संकेत
हालांकि, इस दौरान उन्होंने भाजपा में शामिल होने का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि आपको एक या दो दिन इंतजार करना होगा। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा, लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि इस समय केवल भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ही हैं जो पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस सरकार को हटा सकते हैं।
कांग्रेस से नाराज चल रहे थे कौस्तव बागची
बता दें कि उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। पिछले साल मार्च में जमानत पर रिहा होने के बाद कौस्तव बागची ने अपना सिर मुंडवा लिया था। उन्होंने राज्य में ममता बनर्जी सरकार के सत्ता में रहने तक बाल नहीं बढ़ाने की कसम खाई थी। हालांकि, वह कांग्रेस से पिछले कुछ समय नाराज चल रहे थे।