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क्रिकेट की सुपर पावर है आस्ट्रेलिया, ऐसे ही कंगारू नहीं हैं क्रिकेट के सुल्तान


ICC T20 World Cup 2021 के फाइनल मैच में न्यूजीलैंड को हराकर आस्ट्रेलिया की टीम ने साबित कर दिया है कि आस्ट्रेलिया की टीम ही क्रिकेट की सुपर पावर है। कंगारू टीम को ऐसे ही क्रिकेट का सुल्तान नहीं कहा जाता है क्योंकि वे 8 आइसीसी टूर्नामेंट जीत चुके हैं।

दुबई। आप मानें या नहीं माने, पर इस बात में कोई दो राय नहीं हैं कि आस्ट्रेलिया विश्व क्रिकेट का सुपर पावर है और रिकार्ड भी इस बात की पुष्टि करते हैं। रविवार को टी20 विश्व कप के फाइनल में आस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हराकर अपनी सुपर पावर को एक बार फिर साबित किया। इस बार पाकिस्तान ने भी किसी विश्व कप मुकाबले में भारत को हराकर इतिहास बदल दिया था, लेकिन न्यूजीलैंड की टीम 40 साल में तीन या उससे ज्यादा टीमों के टूर्नामेंट के नाकआउट मुकाबलों में आस्ट्रेलिया से हारने के रिकार्ड को नहीं बदल पाई। तस्मानियाई लड़ाई में एक बार फिर आस्ट्रेलिया विजेता साबित हुआ और उसने अपना पहला टी-20 विश्व खिताब जीता। इसी के साथ वह वनडे विश्व कप, चैंपियंस ट्राफी और टी-20 विश्व कप जीतने वाले देशों की लिस्ट में शामिल हो गया।

वहीं, न्यूजीलैंड अब तक सिर्फ एक चैंपियंस ट्राफी और पहला विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल ही जीत सका है। खास बात यह है कि इस आस्ट्रेलिया को टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले खिताब का दावेदार नहीं माना जा रहा था, लेकिन डेविड वार्नर के साथ उनके सभी खिलाड़ियों ने फार्म पकड़ी और आखिरकार ट्राफी भी अपने नाम की। फाइनल मुकाबले में मैन आफ द मैच मिशेल मार्श कमाल के रहे। आरोन फिंच के आउट होने के बाद छह चौके और चार छक्के मारकर नाबाद 77 रन बनाए। उन्होंने मैच को एकतरफा कर दिया और न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के पास उनका कोई तोड़ नहीं था। एक चीज और आस्ट्रेलिया के पक्ष में गई और वह है फिंच का टास जीतना। उन्होंने टास जीतकर तुरंत गेंदबाजी का फैसला किया। यहां बाद में बल्लेबाजी करना आसान होता है और ऐसा ही हुआ भी।

कमाल का मैच

2015 विश्व कप फाइनल में न्यूजीलैंड को हराने वाली आस्ट्रेलियाई टीम ने 173 रनों के लक्ष्य को 18.5 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। इसमें मुख्य भूमिका वार्नर और मार्श ने निभाई। दोनों ने अर्धशतक दूसरे विकेट के लिए 92 रनों की साझेदारी करके न्यूजीलैंड के हाथों से मैच छीन लिया। वार्नर के बोल्ड होने के बाद मार्श और मैक्सवेल ने कोई विकेट गिरने नहीं दिया और टीम को पहला खिताब दिलाकर ही वापस लौटे। वार्नर ने इस टूर्नामेंट के सात मैचों में तीन अर्धशतक लगाकर 289 रन बनाए। वह रन बनाने के मामले में बाबर आजम (303) के बाद दूसरे नंबर पर रहे।