नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी नेता बांसुरी स्वराज का नाम ED के वकीलों की लिस्ट में आने से विवाद बढ़ गया है। हालांकि, केंद्रीय जांच एजेंसी के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में यह साफ कर दिया है कि उनका नाम गलती से इस लिस्ट में जोड़ा गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि बांसुरी स्वराज का नाम ‘अनजाने में हुई गलती’ के कारण लिस्ट में जोड़ा गया।
बांसुरी का नाम इस लिस्ट में क्यों?
दरअसल, शराब नीति मामले में आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह को 6 महीने बाद जमानत मिली। इस मामले से जुड़े दस्तावेजों पर ED के वकीलों के नाम में भाजपा नेता और नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज का नाम शामिल था। इसे लेकर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाया कि बांसुरी का नाम ED के वकीलों के लिस्ट में क्यों है?
सुप्रीम कोर्ट ने क्या दिए आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को AAP नेता संजय सिंह को जमानत देने के अपने आदेश से वकील बांसुरी स्वराज का नाम हटाने का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, ‘ठीक है, हम आदेश को सही करेंगे।’ईडी की ओर से पेश वकील जोहेब हुसैन ने कहा कि स्वराज मामले में पेश नहीं हुईं और न ही उन्होंने मामले में एजेंसी का प्रतिनिधित्व किया। हुसैन ने कहा किकुछ अनजाने में हुई गलती के कारण उनका नाम उपस्थिति पर्ची में डाल दिया गया था।