पड़ाव। गुरुपूर्णिमा पर्व कोरोना प्रोटोकाल के तहत पूज्य माँ श्री सर्वेश्वरी सेवा संघ जलीलपुर पड़ाव के प्रांगण में सादगी पूर्वक मनाया गया। आश्रम के संस्थापक पूज्य गुरुदेव बाबा अनिलराम जी ने अपने आशीर्वचन संदेश में कहा कि जीवन में सुख और शांति प्राप्त करने के लिए मनुष्य को सदैव प्रयास करते रहना चाहिए। सारी शक्तियां मनुष्य के भीतर ही विद्धमान हैं, हमे अपने भीतर की चेतना के प्रति सजग होना चाहिए और मन की चंचलता और भटकाव को नियंत्रित करने के लिए अपने आप मे समावेश करना चाहिए। प्राणायाम, पूजा पाठ, यह सभी क्रियाओं द्वारा धीरे धीरे मन के भटकाव से हम बच सकेंगे। उन्होंने साधारण एवं सरल जीवन को सर्वश्रेष्ठ बताया और साधारण व्यक्ति समाज में श्रेष्ठ स्तान प्राप्त कर लेता हैं, परंतु आडम्बर युक्त जीवन वाले, जो अपने को औरो से बहुत ऊपर समझ रहे हैं उसका वेग धीरे धीरे नीचे की तरफ होने लगता हैं और समय के साथ उसका सब कुछ नष्ट हो जाता हैं। परंतु एक साधारण जीवन द्वारा मनुष्य बहुत उचे स्थिति की और बढ़ जाता हैं। अच्छे लोगो के संग साथ करना चाहिए जिससे अच्छे विचार और प्रेरणा बनी रहती हैं। पूज्य बाबा ने कहा कि जीवन में सब कुछ मिल जाता है पर अच्छा मित्र मिलना मुश्किल है जो कि सही मार्गदर्शन कर सके अर्थात गुरु मित्र स्वरूप भी हैं और हमे सदैव प्रेरणा देते हैं और जीवन को उन्नत बनाते हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित विभूति शंकर सहाय, डॉ राजेश चौहान, सुनीता चौहान, विनीत प्रशांत तिवारी एवं आश्रमवासी थे।