चंदौली। सदर कोतवाली क्षेत्र के अमड़ा गांव के ग्रामीण शुक्रवार को बिछियां गांव के समक्ष पूर्व प्रधान रमेश कुमार का शव रखकर हाइवे व सर्विस रोड को जाम कर दिया। गुस्सा ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी और लापरवाही बरतने वाले सदर कोतवाल को हटाने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर कई थानों की पुलिस लगा दी गई। पुलिस नाराज ग्रामीण को समझने का प्रयास किया। लेकिन पीडि़त परिजन और ग्रामीण मांगों को लेकर अड़े हुए है। इससे करीब तीन घंटे से नेशनल हाइवे पर यातायात प्रभावित रहा। इससे कलक्ट्रेट कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी व राहगीर फंसे रहे। एक दिन पहले भी ग्रामीणों ने कोतवाली का घेराव कर हंगामा किया था। जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू व सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने ग्रामीणों को समझा.बुझाकर मामले को शांत किया। विदित हो कि कोतवाली क्षेत्र के अमड़ा गांव निवासी पूर्व प्रधान रमेश कुमार का शव सुल्तानपुर जिले के देहात कोतवाली में रेल पटरी पर मिला था। वह 24 मई से ही लापता थे। इसपर किसी अनहोनी की आशंका को लेकर दूसरे दिन कोतवाली पहुंचकर मामले से कोतवाल को अवगत कराया था। साथ ही लिखित तहरीर भी दिया। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया। बावजूद इसके पुलिस लिखा पढ़ी करके परिजनों को लौटा दिया। इसके बाद उसी दिन रात में पूर्व प्रधान का शव सुल्तानपुर जिले में मिलने की सूचना परिजनों को हुई। इससे नाराज पीडि़त परिजन व ग्रामीण कोतवाली का घेराव कर किया। वहीं हत्यारों की गिरफ्तारी और लापरवाह सदर कोतवाल को हटाने की मांग की। गुरुवार की देर रात पूर्व प्रधान का शव गांव में पहुंचा। शुक्रवार को सुबह पीडि़त परिजन और नाराज ग्रामीण बिछिया गांव के पास हाइवे पर शव रखकर मार्ग जाम कर दिया। वहीं एएसपी दयाराम के साथ ही तीन सर्किल के सीओ मौके पर जमे रहे। पुलिस अफसरों द्वारा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण डीएम को मौके पर बुलाने के साथ ही हत्यारों को गिरफ्तारी और कोतवाल को हटाने की मांग पर अड़े रहे। करीब तीन घंटे बाद पहुंचे एडीएम अतुल कुमार ने सरकार की तरफ से दी जाने वाली आर्थिक सुविधाएं और हत्यारों की गिरफ्तारी व कोतवाल को हटाए जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम समाप्त हुआ।