नई दिल्ली, । दिल्ली बॉर्डर पर एक साल से ज्यादा चले किसान आंदोलन में शामिल नेताओं की बैठक में एक बार फिर दिल्ली से सटे हरियाणा के सोनीपत में हुई। इस बैठक में गुरनाम चढूनी, शिवकुमार कक्काजी सहित मोर्चा के सभी नेता मौजूद मौजूद हैं। वहीं, बैठक में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी पहुंचे हैं, पहले उनकी ओर से युद्धवीर सिंह नैन के बैठक में शामिल होने की जानकारी सामने आ रही थी। वहीं, बैठक शुरू होने से पहले ही राकेश टिकैत वहां पहुंचे और तुरंत अंदर चले गए। हालांकि बैठक के बाद राकेश टिकैत ने एक बार फिर प्रदर्शन करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 31 जनवरी को प्रदर्शन करेंगे। इसी दिन वादाखिलाफी दिवस मनाया जाएगा।
बैठक में इस बात की समीक्षा की जा रही है कि सरकार ने उनकी मांगों पर जो सहमति जताई थी, उस पर कितना काम हुआ। इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय से इतर जो संगठन पंजाब के चुनाव में दावेदारी कर रहे हैं, उनको लेकर भी कोई फैसला लिया जा सकता है। इसके अलावा कुछ किसान नेता एमएसपी पर बनी कमेटी को भंग करने की भी मांग कर रहे हैं।
बता दें कि तीन नये कृषि कानूनों को रद करने, एमएसपी गारंटी कानून बनाने आदि मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में एक साल से अधिक अधिक समय पर कुंडली बार्डर पर प्रदर्शन किया गया था। कानूनों को निरस्त करने के साथ ही अन्य मांगों पर सहमति बनने के बाद 11 दिसंबर, 2021 को संयुक्त मोर्चा ने प्रदर्शन समाप्त करते हुए घर वापसी की थी। घर वापसी से पहले मोर्चा ने 15 जनवरी को फिर से बैठक कर उनकी मांगों के संबंध में सरकार द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा का ऐलान किया था।