छपरा। प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को मुख्यालय स्तर से लेकर जिला, अनुमंडल, प्रखंड सहित सभी नगर निकायों में जल-जीवन-हरियाली दिवस मनाने को लेकर बिहार सरकार के निदेश के आलोक में आज फ़रवरी माह के प्रथम मंगलवार को जिलास्तर पर समाहरणालय सभागार में जल जीवन हरियाली दिवस मनाया गया जिसके तहत् मुख्यालय पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित मुख्य कार्य्रकम का बेलट्रॉन के माध्यम से वेवकास्टिंग के माध्यम सीधा प्रसारण दिखाया गया।
आज के कार्यक्रम में परिचर्चा का विषय पौधशाला सृजन एवं सघन वृक्षारोपण रखा गया था। इस विषय पर अधिवेशन भवन पटना में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रधान सचिव जल-संसाधन विभाग चैतन्य प्रसाद ने कहा कि बिहार में हरित पट्टी को बढ़ाने के लिए सरकार के स्तर पर तो प्रयास चल ही रहा है, साथ ही साथ आप जनता के सहयोग की भी अपेक्षा है। इसके अतिरिक्त लोगों को जैव विविधता के प्रति भी जागरुक करना होगा।
उन्होंने कहा कि बिहार में हरित पट्टी को बीस प्रतिशत तक करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर क्षेत्रिय मुख्य वन संरक्षक, भागलपुर, अभय कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में अभी पन्द्रह प्रतिशत भूमि पर वृक्षारोपण किया गया है। यहाँ प्राकृतिक वन क्षेत्र केवल सात प्रतिशत हीं है इसलिए वृक्षारोपण करके हीं बीस प्रतिशत वनक्षेत्र का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 5 जून से 9 अगस्त तक 2 करोड़ 51 लाख पौघारोपण का लक्ष्य रखा गया था जिसके विरुद्ध 3 करोड़ 91 लाख पौधारोपण किया गया। इस वर्ष यह लक्ष्य 5 करोड़ निर्धारित किया गया है जिसके लिए पौधषालाओं को तैयार किया जा रहा है।
सारण समाहरणालय सभागार में इस अवसर पर विधायक डा सीएन गुप्ता, जिला परिषद् अध्यक्षा श्रीमती मीना अरुण, जिलाधिकारी डा निलेश रामचन्द्र देवरे, मेयर श्रीमती सुनिता देवी, नगर आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय उपविकास आयुक्त अमित कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी लक्षेन्द्र पंडित जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी ज्ञानेश्वर प्रकाश डीपीओ समग्र शिक्षा, राजन कुमार गिरी, डीपीओ जीविका, प्रखंड विकास पदाधिकारी सदर, छपरा सभी पीओ और डीआरडीए के सभी कर्मी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सारण के द्वारा आयोजित किया गया था।