कश्मीर में कल दोपहर से जारी दो मुठभेड़ों में 5 आतंकियों को ढेर करने के साथ ही तीन दिन में कुल 12 आतंकी मारे जा चुके हैं। इस साल अभी तक 48 आतंकी मारे गए हैं।
कल रात को मरने वालों में एक 14 साल का आतंकी भी शामिल था। डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि बिजबेहरा में मारे गए आतंकवादी टेरिटोरियल आर्मी के जवान की हत्या के जिम्मेदार थे। उन्होंने जानकारी दी कि बिजबेहरा में 72 घंटे चलने के बाद आपरेशन खत्म हो गया है।
दिलबाग सिंह ने बताया कि पिछले 72 घंटे के चार अलग-अलग आप्रेशन में 12 आतंकी मरे गए हैं। इसमें त्राल और शोपियां में मारे गए 7 आतंकवादी, हदीपुरा में मारे गए अलबद्र के 3 आतंकवादी और बिजबेहरा में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकवादी शामिल हैं।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी 72 घंटे के भीतर चार अलग-अलग मुठभेड़ों में 12 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि ये आतंकी अंसार गजवत-उल-हिंद (एजीयूएच), अल-बदर, लश्कर-ए-तैयबा व द रजिस्टेंस फ्रंट के थे। शोपियां के चित्रीगाम व जिला अनंतनाग के बिजबिहाड़ा इलाकों में गत शनिवार से जारी मुठभेड़ आज रविवार को पांच आतंकियों की मौत के साथ समाप्त हो गई।
सुरक्षाबलों ने जिला शोपियां में अल-बदर के जिला कमांडर समेत तीन जबकि बिजबिहाड़ा में दो आतंकवादियों को मार गिराया। शोपियां में मारे गए आतंकवादियों में 14 वर्षीय आतंकी भी शामिल था। आइजीपी विजय कुमार ने बताया कि बिजबिहाड़ा में मारे गए दोनों आतंकियों ने ही गत दिनों टेरिटोरियल आर्मी के जवान मोहम्मद सलीम अखून को शहीद किया था।
दो दिनों के भीतर ही सुरक्षाबलों ने उनकी शहादत का बदला ले लिया। ये दोनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा व द रजिस्टेंस फ्रंट से जुड़े हुए थे। इनकी पहचान तौसीफ अहमद भट, मकबूल शाह, और आमिर हुसैन गनई के तौर पर हुई है। तौसीफ वर्ष 2017 से जबकि आमिर 2018 से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था।
आतंकवादियों के शवों व उनसे बरामद हथियारों को अपने कब्जे में लेने के बाद सुरक्षाबलों ने दोनों आपरेशन के समाप्त होने की घोषणा की। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने जम्मू कश्मीर पुलिस व सुरक्षाबलों को इस सफलता के लिए बधाई दी है।