नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दो दिन हुई भारी बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं, यमुना नदी के जलस्तर में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
दिल्ली में भारी बारिश के हालात और यमुना नदी के बढ़े जलस्तर को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सोमवार को अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। यह बैठक दिल्ली सचिवालय में होगी। इस बैठक में दिल्ली सरकार के बड़े अधिकारी शामिल होंगे।
इस दौरान बारिश के बाद दिल्ली की स्थिति और यमुना के बढ़ते स्तर पर चर्चा होगी। बैठक में फ्लड कंट्रोल विभाग के बड़े अधिकारी और एमसीडी के अधिकारी भी शामिल होंगे। इसे लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने ट्वीट कर जानकारी दी है।
दिल्ली में भारी बारिश के हालात और यमुना नदी के बढ़े जलस्तर को लेकर माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज सुबह 12 बजे दिल्ली सचिवालय में संबंधित मंत्रियों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे।
कल खतरे के निशान को पार कर जाएगा यमुना का जलस्तर, बाढ़ आने की आशंका
भारी बारिश से यमुना नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इस बीच, रविवार को हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से यमुना में भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया। सुबह 10 बजे से ही यमुना में छोड़े गए पानी की मात्रा हर घंटे बढ़ती चली गई। शाम चार से शाम सात बजे के बीच यमुनानगर में हथिनी कुंड बैराज से हर घंटे एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी यमुना में छोड़ा गया।
इसके बाद शाम सात बजे सबसे अधिक 1,65,823 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया, जिसके मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंचने पर 11 बजे से दोपहर एक बजे के बीच यमुना का जलस्तर खतरे के निशान (205.33 मीटर) के ऊपर पहुंच जाएगा। इससे राजधानी में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
इसे लेकर दिल्ली सरकार के सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने अलर्ट जारी किया है, ताकि संबंधित विभाग यमुना के निचले हिस्से में रहने वाले लोगों को हटा सकें। इसी के मद्देनजर दिल्ली की पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने आज सोमवार को यमुना का निरीक्षण कर बाढ़ से निपटने और राहत कार्य के लिए की गई तैयारियों का निरीक्षण किया।
कितना है यमुना नदी का चेतावनी स्तर?
दिल्ली में यमुना नदी चेतावनी स्तर के करीब पहुंच गयी है। दोपहर 12 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर नदी का जलस्तर 204.36 मीटर रिकॉर्ड किया गया है। नदी का चेतावनी स्तर 204.50 मीटर है। हथिनीकुंड बैराज से लगातार नदी में पानी छोड़े जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। दोपहर 12 बजे बैराज से 2,17,003 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।