देवरिया। फतेहपुर के लेहड़ा टोला में हुए सामूहिक नरसंहार में नया मोड़ आ गया है। देवरिया रामनाथ में स्व. सत्यप्रकाश दुबे के पुत्र देवेश दुबे ने कहा कि जब तक घटना में शामिल आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हो जाती है, उनके घरों को बुलडोजर से नहीं गिराया जाता है, मैं अपने माता-पिता का ब्रह्मभोज नहीं करुंगा। देवेश दुबे ने यह बातें पत्रकारों से बातचीत में कहीं।
‘अब चुप नहीं रहूंगा’
ब्रह्मभोज का कार्यक्रम 13 अक्टूबर को निर्धारित है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज से यह कहना चाहता हूं कि देवरिया प्रशासन के कहने पर मैं अपने मां, बाप के चिता को पटनवा पुल के पास मुखाग्नि दिया। मैं कुछ नहीं बोला, मैं अब चुप नहीं रहूंगा।
देवेश ने की मुख्यमंत्री तक बात पहुंचाने की अपील
रोते हुए देवेश कहते हैं कि जो भी मेरे पूरे परिवार का नरसंहार किया है, उनका एनकाउंटर नहीं होगा, उनका मकान जब तक नहीं ढहाया जाता, तब तक मैं माता-पिता का ब्रह्मभोज नहीं करूंगा। मैं प्रशासन के कहने पर सारी बात मानने को तैयार हो गया लेकिन अब नहीं तैयार होऊंगा। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहना चाहता हूं कि मेरी भी संवेदना को समझे। देवेश ने अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की अपील की।
पूर्व मंत्री ने देवेश से की मुलाकात
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री सतीश चंद द्विवेदी बुधवार को शहर के देवरिया रामनाथ पहुंचे। इस दौरान देवेश दुबे से उन्होंने मुलाकात की और घटना की जानकारी लिए। इसके बाद उन्होंने न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी दी।
उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं ने की देवेश की आर्थिक मदद
रुद्रपुर के फतेहपुर लेहड़ा नरसंहार में मारे गए सत्यप्रकाश दुबे के परिवारजनों को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन प्रयागराज के अधिवक्ताओं ने आर्थिक मदद की है। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता आरके ओझा के नेतृत्व में उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं ने 50 हजार रुपये आर्थिक सहायता दी है। यह धनराशि स्व. सत्यप्रकाश दुबे के पुत्र देवेश दुबे के खाते में भेजी गई है। अभी आगे और मदद का आश्वासन दिया है। यह जानकारी भाजपा के प्रदेश सह संयोजक पवन उपाध्याय ने दी।