पटना

पटना: नयी शिक्षा नीति ने लगायी शिक्षकों के गैरशिक्षण कार्य पर रोक


      • अनुपालन को लेकर केंद्र करा रहा ऑनलाइन सर्वे
      • प्रधानाध्यापक-शिक्षक बनेंगे सर्वेक्षण का हिस्सा

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूली शिक्षक गैरशिक्षण कार्य में नहीं लगाये जायेंगे। इसके मद्देनजर शिक्षकों द्वारा किये जा रहे शैक्षणिक एवं गैरशैक्षणिक स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार सर्वे करा रहा है। गूगल के जरिये राष्ट्रीय स्तर पर किये जा रहे सर्वे में स्कूलों के  प्रधान तथा प्राइमरी से लेकर प्लस-टू तक के स्कूली शिक्षक शामिल होंगे।

इस बाबत केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने सभी राज्यों के शिक्षा विभाग को निर्देश दिये गये हैं। इसके अनुपालन के लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकान्त शास्त्री द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा व समग्र शिक्षा अभियान) को निर्देश दिये गये हैं।

इसके मुताबिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2022 में यह अवधारणा है कि शिक्षकों के द्वारा ही शिक्षा में मूलभूत सुधार लाया जा सकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2022 के पारा 5.12 में शिक्षकों को गैरशिक्षण गतिविधियों में ज्यादा समय व्यतीत होने से रोकने के लिए शिक्षकों के ऐसे कार्य, जो सीधे शिक्षण से संबंधित नहीं हैं, उनको करने की अनुमति नहीं होगी। इस संदर्भ में दो गूगल सर्वे केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय का स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग कराया जा रहा है। इससे यह पता लगाया जायेगा कि शिक्षकों द्वारा शैक्षणिक एवं गैरशैक्षणिक कार्यों में कितना समय व्यतीत किया जा रहा है।

गूगल सर्वे के लिए केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा दो अलग-अलग लिंक जारी किये गये हैं। पहला लिंक ‘फॉर्म-1’ के रूप में एवं दूसरा लिंक ‘फॉर्म-11’ के रूप में है। ‘फॉर्म-1’ विद्यालयों के प्रधानों एवं प्राचार्यों के लिए है। इससे इतर ‘फॉर्म-11’ प्राइमरी, मिडिल, सेकेंडरी एवं प्लस-टू स्कूलों के शिक्षकों के लिए है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकान्त शास्त्री द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा व समग्र शिक्षा अभियान) को निर्देश दिया है कि दोनों फॉर्म क्रमश: विद्यालयों के प्रधानों एवं प्राचार्यों तथा प्राइमरी, मिडिल, सेकेंडरी एवं प्लस-टू स्कूलों के शिक्षकों से भराये जायें। गूगल फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है।

दोनों ही फॉर्म में प्रश्नावली हैं, जिसे भरने हैं। दोनों कॉर्म की हार्ड कॉपी भी जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा व समग्र शिक्षा अभियान) को भेजी गयी है।