- भारत (India) में कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कहा जा रहा है कि अक्टूबर के महीने में देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर पीक (Corona virus third wave) पर होगी। ऐसे में मोदी सरकार ( Modi Government) ने कमर कस ली है। भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के अंदेशे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार दोपहर 3.30 बजे अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को लेकर चर्चा होगी। इस मीटिंग (Meeting) में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति पर चर्चा होगी। इसी के साथ इससे निपटने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं, इस पर भी चर्चा होगी। जानकारी के अनुसार इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) के अलावा कैबिनेट सचिव और नीति आयोग (NITI Aayog) भी शामिल होगा।
अक्टूबर में पीक पर हो सकती है कोरोना वायरस की तीसरी लहर
बता दें कि भारत (India) में कोरोना वायरस (Corona virus) की तीसरी लहर का खतरा बढ़ता दिख रहा है। एक विशेषज्ञ समिति ने बीते सोमवार को कोविड की तीसरी लहर (Third Wave of Coronavirus) को लेकर चेतावनी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत (India) में कोरोना वायरस की तीसरी लहर अक्टूबर के महीने में पीक पर होने की उम्मीद है। विशेषज्ञ समीति ने बच्चों के लिए बेहतर चिकित्सा तैयारियों की मांग की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाल चिकित्सा सुविधाएं कहीं भी जरूरत के करीब नहीं हैं। रिपोर्ट में बीमारी से जूझ रहे बच्चों और विकलांग लोगों के बीच टीकाकरण को प्राथमिकता देने की अपील की गई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर गठित राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान ने पीएमओ को हाल ही में अपनी रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में कहा है कि बच्चों के लिए मेडिकल सुविधाएं, जैसे- डॉक्टर, कर्मचारी, वेंटिलेटर, एम्बुलेंस इत्यादि जैसे उपकरण कहीं भी नहीं हैं। बड़ी संख्या में बच्चों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की स्थिति में इन सब की जरूरत हो सकती है। रिपोर्ट में बीमारी से जूझ रहे बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर कोविड-19 वैक्सीनेशन पर पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।