मुठभेड़ के वक्त देवान टुडू के पास से पुलिस की लूटी हुई रायफल, एसएलआर, पिस्तौल एवं 141 खोखा सहित अन्य हथियार बरामद किया गया था। न्यायालय सूत्रों ने बताया कि जयपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष वकील मांझी को सूचना मिली थी कि मांझीडीह गांव में नक्सलियों का जमावड़ा सुकलाल हांसदा के घर में लगा हुआ है। इसको को लेकर जिले के कई थाने की पुलिस ने घेराबंदी की थी।
इसी बीच पुलिस से घिरे देखकर नक्सलियों ने पुलिस के ऊपर गोली चलाना शुरू कर दिया। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों पर गोलीबारी की थी। जिसमें छह नक्सलियों को एक साथ पुलिस ने मार गिराया था। जबकि मौके से देवान टुटू को उक्त हथियारों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अपने बयान में देवान ने पुलिस से बताया था कि नक्सलियों की मनसा थी कि देर रात तक पुलिस को उलझाकर रखा जाए। साथ ही रात होने पर पुलिस बल पर जोरदार हमला कर भागने की थी। पर नक्सलियों की एक नहीं चली थी। साथ ही छह नक्सली मारे गये थे।
लोक अदालत में सुलझेगा जमीन मोटेशन का मामला
3 अगस्त को होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रभाकर झा ने बुधवार को सभी सीओ के साथ बैठक किया। प्राधिकार सचिव ने सभी सीओ को जमीन मोटेशन से संबंधित आवेदन को लोक अदालत में निष्पादन करने की बात कही। साथ ही अधिक से अधिक राष्ट्रीय लोक अदालत में वादों के निष्पादन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। लोक अदालत का अपना भवन हो इसके लिए सचिव ने बांका सीओ अमित कुमार रंजन को जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध कराने को कहा। प्राधिकार सचिव ने बताया कि लोक अदालत का अपना हाईटेक मकान बन सके इसके लिए डीएम स्तर से सभी बातों पर चर्चा हो चुकी है। बैठक में 13 अगस्त को अधिक से अधिक वादों के निपटारे पर भी बल दिया गया। बैठक में शंभुगंज के सीओ अशोक कुमार सिंह, कटोरिया सीओ सागर प्रसाद, फुल्लीडुमर सीओ नेहा कुमारी, धोरैया सीओ हंसराज तिवारी, बौंसी सीओ जय कुमार गुप्ता, बेलहर सीओ नागेंद्र प्रसाद, अमरपुर सीओ संजीव कुमार उपस्थित थे।