नई दिल्ली, । देश में गर्मी की तपिश बढ़ने के साथ ही महंगाई की आग भी लोगों को झुलसा रही है। आम जनता पर महंगाई कहर बनकर टूट रही है। सब्जियों से लेकर फल और पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने के तेल की कीमतों ने आम आदमी के घर का बजट बिगाड़ दिया है। हर चीज के दाम रिकार्ड स्तर पर हैं।
कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक… आम आदमी बढ़ती महंगाई से त्रस्त है। जनता परेशान है आखिर खाएं भी तो क्या खाएं? टमाटर, मिर्च, मूली, कद्दू और लौकी जैसी आम सब्जियां भी आम आदमी के बजट से बाहर जा रही है। रेट इतने बढ़ गए कि इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है।
नींबू ने भी बिगाड़ा स्वाद
सब्जियों का स्वाद बढ़ाने वाला नींबू का रेट जायका खराब कर रहा है। कई राज्यों में नींबू की मांग अचानक बढ़ गई है। मांग बढ़ने के हिसाब से इसकी आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इस वजह से नींबू भी आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहा है। कई जगहों पर नींबू 300 रुपये प्रति किलो के पार चला गया है।
गुजरात के सूरत में एक सब्जी थोक व्यापारी ने कहा, ‘पिछले साल कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में चक्रवात के दौरान नींबू के पौधों को हुए नुकसान के कारण नींबू की कीमत में भी भारी वृद्धि हुई है।’
महंगे ईंधन की वजह से बढ़ी कीमतें
वहीं, उत्तराखंड के व्यापारी सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह महंगे ईंधन को बता रहे हैं। सब्जी विक्रेता ने कहा कि ईंधन की कीमतों में इजाफा सीधे विक्रेताओं और खरीदारों को प्रभावित करता है। इसीलिए फलों और सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं। दरअसल, ईंधन की कीमतें बढ़ने का असर ट्रांसपोर्टेशन पर पड़ रहा है। सब्जियों और फलों के ट्रांसपोर्टेशन पर आने वाला खर्च अब लगभग दोगुना हो गया है। इसीलिए फल और सब्जियां ऊंचे दामों पर बेचनी पड़ रही है।