- पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच सरकार ने नाइट कर्फ्यू भले लगा दिया है, लेकिन कोविड अस्पतालों में आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता कम होने के कारण मरीजों को काफी परेशनी का सामना करना पड़ रहा है. सरकार हालांकि सभी संसाधनों का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत है कि लोगों को कोरोना जांच के लिए भी कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है.
पटना के जगदेव पथ के रहने वाले एक व्यक्ति बताते हैं कि उन्हें कोरोना के लक्षण हैं, लेकिन वे जांच नहीं करवा पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों पर लंबी कतार है. वे कहते हैं कि कोरोना नहीं भी हुआ और उस भीड़ से लौटे तो जरूर कोरोना संक्रमण हो जाएगा. ऐसे में होम आइससोलेशन में ही रहना बेहतर है. इधर, कहा जा रहा है कि राज्य के अस्पतालों में आक्सीजन की भारी कमी है. आक्सीजन के नहीं रहने के कारण कई अस्पताल मरीज भी भर्ती नहीं कर रहे हैं.
पटना में लिक्विड ऑक्सीजन आ रहा है- मंगल पांडेय
इधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दावा करते हुए कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्या जल्द दूर कर ली जाएगी. उन्होंने कहा कि पटना में लिक्विड ऑक्सीजन आ रहा है, पटना और अन्य जिलों में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है.
इस बीच, पटना साहिब के सांसद और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ऑक्सीजन और अन्य व्यवस्थाओं के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से बात की है. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की मांग पटना के अस्पतालों में कई गुना बढ़ गई है. प्रसाद ने कहा कि जल्द ही ऑक्सीजन की कमी को दूर कर लिया जाएगा.