कार्यकर्ताओं के साथ हमारी पूरी सहानुभूति
उन्होंने कहा कि पीएम बनने के फेर में नीतीश भले ही राजद-कांग्रेस के समक्ष घुटने टेक चुके हों, लेकिन इसने उनके कार्यकर्ताओं को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। दशकों तक राजद की लाठी और गाली खा-खाकर संघर्ष करने वाले उनके कार्यकर्ताओं को आज अपने नेतृत्व पर लज्जा आ रही होगी। जदयू के जमीनी कार्यकर्ताओं को आज जनता के सामने जाने में भी शर्म आ रही होगी। उसपर से नीतीश ने तेजस्वी को उत्तराधिकारी मान कर जिस तरह से राजद में विलय के संकेत दिए हैं, उससे उनके कार्यकर्ताओं के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है।
अमित शाह की जनसभा में आएं
डा. जायसवाल ने कहा कि पीएम बनने के लिए नीतीश भले ही अपनी ‘अंतरात्मा’ को मार चुके हैं, लेकिन उनके अधिकांश नेताओं का ‘आत्मसम्मान’ अभी भी जिंदा है। इनका जमीर कभी भी तेजस्वी को अपना नेता नहीं मान सकता। जदयू के ऐसे सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को हमारा निमंत्रण है कि कल पूर्णिया में आयोजित गृहमंत्री अमित शाह की विशाल जनसभा में अवश्य आएं। भाजपा विचारधारा पर बनी हुई और कार्यकर्ताओं की पार्टी है। दशकों तक कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के कारण जदयू के कार्यकर्ताओं का दर्द हमसे बेहतर कोई और नहीं समझ सकता। इस जनसभा में उन सभी का मान-सम्मान पहले के समान ही बरकरार रहेगा ।