श्रीधरन ने मलयालम मनोरमाअखबार को बताया, ‘यह निर्णय अचानक नहीं लिया है. मैं पिछले एक दशक से केरल में हूं और राज्य के लिए कुछ करना चाहता हूं. मैं अकेले कुछ नहीं कर सकता. इसलिए मैं पार्टी में शामिल हुआ.’ राज्य में मेट्रो परियोजनाओं पर केरल सरकार को सलाह देने वाले श्रीधरन ने कहा कि वह अब इसे बंद कर देंगे. अखबार के अनुसार श्रीधरन ने कहा, ‘मैं भाजपा केंद्रित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करूंगा.’
साल 2017 में लखनऊ मेट्रो के उद्घाटन के दौरान एक मामूली विवाद हुआ था, जिसमें बाद भाजपा के शीर्ष नेता फ्रेम में ‘मेट्रो मैन’ रखना भूल गए थे. इवेंट में श्रीधरन को दरकिनार कर दिया गया, जिसकी एक फोटो वायरल हो गई थी.