नई दिल्ली। भारत में अमेरिका की तर्ज पर विरासत टैक्स की पैरवी कर कांग्रेस की फजीहत करा चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने भारतीयों की पहचान विदेशी मूल से जोड़कर पार्टी के लिए नया संकट खड़ा कर दिया है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पित्रोदा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने आरोप लगाया है कि विदेशी मूल के नेतृत्व वाली कांग्रेस भारतीयों का भी विदेशी मूल ढूंढ रही है।
सैम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस पर तीखे प्रहार
भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का इशारा देश को विभाजित कर विदेशी शक्तियों के हाथों में सौंप देने का है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को सैम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए। सुधांशु ने कहा कि ज्यों-ज्यों लोकसभा चुनाव आगे बढ़ता जा रहा है, कांग्रेस का नकाब चेहरे से उतरता जा रहा है।
आखिर सैम पित्रोदा ने क्या कहा?
आज फिर एक बार राहुल गांधी के कुख्यात उस्ताद सैम पित्रोदा ने भारत, भारतीय संस्कृति, भारतीय पहचान और भारत के लोगों की पहचान के बारे में बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की है। अब यह विषय चुनाव और राजनीति का नहीं, बल्कि भारत के अस्तित्व का हो गया है। भाजपा प्रवक्ता के मुताबिक, पित्रोदा ने अपने बयान में कहा है कि भारत की विविधता और लोकतंत्र को राम मंदिर, राम नवमी और पीएम मोदी के मंदिर जाने से चुनौती मिल रही है। इसके साथ ही बयान दिया है कि उत्तर भारत वाले व्हाइट हैं, पश्चिम भारत वाले अरब हैं, पूरब भारत वाले चाइनीज हैं तो दक्षिण भारत वाले अफरीकी हैं।
देश को विभाजित करने की कोशिश में कांग्रेस
सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने गंभीर आरोप लगाया कि कांग्रेस का नेतृत्व विदेशी मूल का क्या हो गया, वह सारे भारतीयों का मूल विदेश में ढूंढने लगे। यह भारत के अस्तित्व और पहचान पर सवाल है। यही अंग्रेजी मानसिकता है। कांग्रेस की मानसिकता बहुत साफ है कि भारत को अंदर से तोड़ो। उत्तर-दक्षिण में तोड़ो, तमिल-हिन्दी में तोड़ो, अगड़े-पिछड़े में तोड़ो, दलित-सवर्ण में तोड़ो, उत्तर भारतीय-पंजाबी में तोड़ो और बाहर से जोड़ो। राहुल कहते थे कि भारत का एक्सरे करेंगे, वह एक्सरे उनके उस्ताद ने साफ कर दिया है। कांग्रेस का इशारा देश को विभाजित कर विदेशी शक्तियों के हाथों में सौंपने का है।
पित्रोदा के पुराने विवादित बयान
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सैम पित्रोदा पूरे विश्व में घूमकर भारत की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। राहुल गांधी भी ऐसा अक्सर करते रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पित्रोदा के पुराने विवादित बयानों को याद दिलाने के साथ ही कहा कि अब उन्होंने भारत को लेकर अपने, राहुल गांधी और सोनिया गांधी के विचारों को सामने रखा है। यह कांग्रेस नेतृत्व की विभाजनकारी, जातिवादी सोच और निर्लज्जता को प्रदर्शित करता है। एक तरफ राहुल मुहब्बत की दुकान, भारत जोड़ो यात्रा की बात करते हैं, सोनिया गांधी समग्रता की बात करते हैं और उन्हीं के वरिष्ठ नेता भारत को इस तरह विभाजित करते हैं।
सैम पित्रोद पर कार्रवाई
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि आइएनडीआइए के साथी और कांग्रेस उत्तर भारत और सनातन को भी बदनाम करते हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, केरल के सीएम पिनाराई विजयन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन बताएं कि सैम पित्रोदा द्वारा दी गई भारतीयों की इस परिभाषा पर उनके विचार क्या हैं? वहीं, पित्रोदा के बयान से कांग्रेस द्वारा किनारा किए जाने के प्रश्न पर राजीव चंद्रशेखर ने प्रतिपश्न किया कि यह किस तरह का किनारा है कि यह व्यक्ति लगातार कई बार इस तरह के विवादित बयान दे चुका है तो कैसे किनारा कर सकते हैं? किनारा किया है तो क्यों नहीं अब तक ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से उन्हें हटाया गया?