नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एक ही दिन में देश की तीन हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा कर दी। पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न मिलेगा। इस एलान के बाद अब बसपा प्रमुख मायावती ने कांशीराम के लिए भी भारत रत्न की मांग कर दी है। सोशल मीडिया कहा, ”हम हाल ही में भारत रत्न दिए जाने का स्वागत करते हैं, लेकिन इस संबंध में दलित शख्सियतों की उपेक्षा सही नहीं है।”
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, ”वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा जिन भी हस्तियों को भारतरत्न से सम्मानित किया गया हैै उसका स्वागत है, लेकिन इस मामले में ख़ासकर दलित हस्तियों का तिरस्कार एवं उपेक्षा करना कतई उचित नहीं। सरकार इस ओर भी ज़रूर ध्यान दे।”
उन्होंने आगे लिखा, ”बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को लम्बे इंतजार के बाद श्री वी पी सिंह जी की सरकार द्वारा भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया। उसके बाद दलित व उपेक्षितों के मसीहा मान्यवर श्री कांशीराम जी का इनके हितों में किया गया संघर्ष कोई कम नहीं। उन्हें भी भारतरत्न से सम्मानित किया जाए।”
जयंत चौधरी ने पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न के एलान के बाद रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा, “ये बहुत बड़ा दिन है। मेरे लिए भावुक और यादगार पल है। मैं राष्ट्रपति, भारत सरकार और विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं। इससे बहुत बड़ा संदेश पूरे देश में गया है। देश की भावनाएं सरकार के इस फैसले से जुड़ी हैं। मोदी जी ने साबित किया है कि वे देश की मूलभावना को समझते हैं…जो आजतक पूर्व की सरकार नहीं कर पाई वे फैसला नरेंद्र मोदी ने लिया है।” एनडीए में शामिल होने की बात पर RLD प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा, “कोई कसर रहती है। आज मैं किस मुंह से इंकार करूं।”
सीएम योगी ने क्या कहा?
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव गारू और डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करना एक अभिनंदनीय घोषणा है। ये देश के करोड़ों किसानों का सम्मान है। यूपी के लिए ये और अभिनंदनीय है क्योंकि चौधरी चरण सिंह साहब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अतुलनीय सेवा की।…चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव गारू और डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित करना एक अभिनंदनीय फैसला है।”