पटना

मुजफ्फरपुर: निर्धन आश मोहम्मद को धरती पर मिले भगवान


कोरोना संक्रमित होने पर निःशुल्क किया उपचार , मौत से जंग जीतकर लौटा अपने घर 

मुजफ्फरपुर। जालिम कोरोना वायरस की कहर से दहशत और दर्द के बीच जिले में एक नायाब घटना घटित हुई जो औरों के लिए प्रेरक है। बताया जाता है कि  एक गरीब मजदूर को जब कोरोना वायरस ने  शिकार बनाया तो एक फरिश्ते ने बगैर कोई फिस लिए उसका इलाज किया और ठीक हो जाने के बाद खूबसूरत गुलदस्ता देकर तालियों की गडगडाहट के बीच विदा किया।

यह कहानी मुशहरी थाना क्षेत्र के एक गरीब मजदूर आस मोहम्मद और शहर के मानस हॉस्पिटल के डायरेक्टर मो. रेयाज  के बीच के खूबसूरत रिश्ते की है। पूरा वाकया कुछ ऐसा है कि मुशहरी के गोपालपुर तरावड़ा निवासी मजदूर आस मोहम्मद को कोरोनावायरस ने अपना शिकार बनाया।  आश मोहम्मद की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई तो कोई अस्पताल उसे भर्ती करने को तैयार नहीं था।  ऐसे में परिजन उसे लेकर जैसे तैसे ब्रह्मपुरा स्थित न्यू मानस मल्टी हॉस्पिटल पहुंचे। जहाँ  न्यू मानस हॉस्पिटल में डॉक्टर  ने उसे भर्ती किया।

बाद में पता चला कि आस मोहम्मद बहुत गरीब इंसान है और इलाज की कीमत अदा करने में सक्षम नहीं है।  इसके बाद संचालक रियाज ने उसके मुफ्त इलाज की घोषणा कर दी।  न्यू मानस हॉस्पिटल के आईसीयू में 23 दिनों की जंग के बाद आस मोहम्मद आज बिल्कुल ठीक हो गया है  और उसे न्यू मानस अस्पताल से विदा किया गया है।

यह धरती के भगवान की कोशिशें रही कि न्यू मानस हॉस्पिटल के डॉक्टरों की मेहनत और दुआ से आस मोहम्मद बिल्कुल चंगा हो गया है और उसे फूलों का गुलदस्ता देकर विदा किया जा रहा है।  घर जाने से पहले आस मोहम्मद कहते हैं अस्पताल वाले फरिश्ते हैं जिन्होंने मुफ्त में उसका बेहतरीन इलाज किया है और उसकी जान बचाई है।