- झालावाड़,। राजस्थान के झालावाड़ जिले में एक ओर जहां संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन के लिए लड़ना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर लोगों को अपनी ही कोरोना रिपोर्ट के लिए लड़ना पड़ा है और जो कि लोगों के लिए गंभीर विषय बनता जा रहा है।
दरअसल, झालावाड़ जिले के ऐसे संक्रमित मरीजों के सैंपल रिसर्च सेंटर भेजे जाएंगे, जो मरीज टीकाकरण के बाद भी फिर से संक्रमित हुए हैं। इस मामले में सरकार के निर्देशों के अनुसार ही कार्य किए जाएंगे। इसके पीछे का उद्देश्य है कि कोरोना टीका करण वैक्सीन की प्रमाणिकता और टिका कितना कारगर साबित हुआ है
इस मामले में झालावाड़ माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर योगेंद्र तिवारी ने बताया कि अब कोरोना संक्रमित के फॉर्म में टीका लगवाने के लिए फॉर्म में एक कॉलम और बढ़ा दिया गया है। इसमें टीका लगवाने की सम्पूर्ण जानकारी भरनी होगी।
सरकार ने आदेश दिया है। कि जो टीकाकरण के बाद संक्रमित हुए हैं। उनके सैंपल रिसर्च सेंटर पुणे भेजे जाए। ताकि टीके की प्रमाणिकता कितनी है कितना काम कर रहा है। यह पता लगाया जा सके। गौरतलब है कि झालावाड़ जिले में अब तक अधिकांश लोगों का प्रथम और द्वितीय टीकाकरण हो चुका है। जबकि 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र वाले सदस्यों को टीकाकरण किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए प्रचार प्रसार किया जा रहा है।