उत्तर प्रदेश

रामपुर से आजम खान का जलवा होगा खत्म, पथरीली जमीन पर कमल खिलाने को भाजपा ने बदली रणनीति


केंद्र और प्रदेश में दो बार हिन्दुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़कर सरकार बनाने वाली भाजपा ने रामपुर में होने वाले विधानसभा उप चुनाव में अपनी रणनीति बदल दी है। यहां पथरीली जमीं पर कमल खिलाने को छटपटा रही भाजपा अब मुस्लिम समाज को गले लगाने की बातें कर रही है। शनिवार को आयोजित अल्पसंख्यक पसमांदा सम्मेलन में ऐसा ही दिखाई दिया। दरअसल रामपुर विधानसभा सीट पर 40 फीसदी हिन्दू मतदाता हैं जबकि 60 प्रतिशत मुस्लिम वोटर। यहां सालों से सपा नेता मोहम्मद आजम खां का जलवा कायम है। भाजपा आजम का जलवा खत्म करने की पूरजोर कोशिश में लगी है।  बिना सेंधमारी के आजम का किला फतह करना भाजपा के लिए न सिर्फ चुनौती बल्कि मुश्किल सा है। यही वजह है कि भाजपा अपने अल्पसंख्यक मोर्चे के जरिए मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने में लग गई है। शनिवार को इसी क्रम में महात्मा गांधी स्टेडियम में अल्पसंख्यक पसमांदा सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद, राज्यमंत्री बलदेव औलख, केंद्र सरकार में मंत्री रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी पहुंचे, जो पूरे कार्यक्रम में ही मुस्लिमों को साधते और उन्हें रिझाते नजर आए। मुस्लिम बाहुल्य रामपुर विस सीट पर आजादी के बाद से अब तक हुए किसी भी विस चुनाव में भाजपा नहीं जीत सकी। यहां हमेशा ही चुनाव में मुसलमान ही विधायक बनते रहे हैं। यही वजह है कि भाजपा पूरे दमखम से चुनाव जीतने की तैयारी में है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों में 22 से 35 प्रतिशत अल्पसंख्यक वर्ग के जरूरतमंद शामिल हैं। लिहाजा, जब लाभ देने में भेदभाव नहीं करते तो वोट लेने में भेदभाव क्यों..। राज्यमंत्री बलदेव औलख ने बताया, मुस्लिम समाज भाजपा के समर्थन में भारी संख्या में खड़ा है। इसकी वजह है भाजपा का बिना किसी भेदभाव के उन्हें लाभ पहुंचाना। भाजपा अल्पसंख्यकों की भी हितैषी है। राज्यमंत्री दानिश आजाद का कहना है कि भाजपा सरकार सबका साथ, सबका विकास करती है। इसी एजेंडे पर चल रही है। भाजपा ने मुस्लिम समाज के लिए बहुत कुछ किया।