पटना, । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को मद्य निषेध को ले काम कर रही पुलिस, मद्य निषेध विभाग की टीम व प्रशासन के अधिकारियों को कहा कि भीतर रहकर शराब का धंधा कर रहे असली धंधेबाज को पकड़कर जेल में भेजिए। वही लोग गरीबों को इस काम में लगा रहे हैं। ऐसे गरीब लोगों की सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत मदद कीजिए। नशा मुक्ति दिवस पर राजधानी स्थित ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ये बातें कही।
शराबबंदी से जुड़ी मेरी बात मान लीजिए
मंच से ही मुख्यमंत्री ने कहा कि ताड़ी के धंधे में लिप्त लोग यह काम छोड़कर नीरा निर्माण के काम में लगें। सरकार उन्हें एक लाख रुपए की सहायता देगी। मुख्यमंत्री ने मीडिया व सभागार में मौजूद अन्य लोगों से मुखातिब होते हुए कहा कि शराबबंदी से जुड़ी मेरी बात मान लीजिए। मै खुद आकर आपका चरण स्पर्श कर लूंगा। नीतीश कुमार ने कहा कि शराब के धंधे में लगे असली व्यक्ति को पहचानिए। यह देखिए कि कौन कर रहा है इधर-उधर। कार्यक्रम में मौजूद मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को मुख्यमंत्री ने मंच से ही यह निर्देश दिया कि हर विभाग से शराबबंदी को लेकर यह प्रचार-प्रसार कराएं कि शराब कितनी बुरी चीज है। बहुत लोग शराब छोड़ चुके हैं। कुछ ही लोग बचे हैं।
मुझे परवाह नहीं, कौन, क्या कहता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी को लेकर कुछ बड़े लोग मेरे द्वारा जितने काम किए गए हैं उसकी चर्चा नहीं करते। मुझे इसकी परवाह नहीं है। उन्होंने पुलिस व प्रशासन से जुड़े लोगों को कहा कि समाज सुधार के अभियान को निरंतर जारी रखिए। इस बारे में जुड़ी पुस्तिका एक-एक घर में पहुंची है। पूरे तौर पर इस काम में लगेंगे तो राज्य आगे बढ़ेगा। बापू ने कहा था कि शराब बुरी चीज है। जिस व्यक्ति ने देश को आजादी दिलायी उनकी बात नहीं मानेंगे।
एक लाख की मदद का दीजिए आफर
ताड़ी की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना मतलब के ताड़ी से जुड़े लोगों को मत पकड़िए। यूं ही हम किसी को पकड़ने के लिए नहीं कह रहे। इस धंधे में लगे लोगों को सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत एक लाख रुपए की मदद का आफर दीजिए। सरकार की इस योजना के तहत 40,893 परिवार ने लाभ लेकर गोपालन, बकरीपालन, मुर्गीपालन वह शहद का काम किया।
दो हजार तरह की बीमारियां देती है शराब
नशा मुक्ति दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शराब के दुष्प्रभाव पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट पर भी चर्चा की। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि बीमारियों से अधिक मौत शराब पीने से होती है। यह दो हजार तरह की बीमारियों को बढ़ाता है। आत्महत्या के कुल मामले में 18 प्रतिशत इस तरह के लोगों से जुड़े हैं जो शराब पीते हैं। वहीं 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं शराब पीने वालों की वजह से हैं। हाल में वैशाली में एक वाहन ने जिन आठ लोगों को कुचल दिया उसका चालक शराब के नशे में था।