नई दिल्ली, मुंबई की युवती श्रद्धा वालकर हत्याकांड में दिल्ली पुलिस को अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सूत्रों के अनुसार, श्रद्धा के पिता मदन विकास वालकर से डीएनए मैच कर गया है। इसके बाद दिल्ली पुलिस की जांच में और तेजी आ सकती है। कानून के जानकारों की मानें तो अब परिश्चितिजन्य साक्ष्यों के जरिए दिल्ली पुलिस बहुत आसानी से अपराध को साबित कर देगी। उधर, डीएनए मैच हो जाने के बाद आरोपित आफताब अमीन पूनावाला की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इस बीच शनिवार को दिल्ली पुलिस आफताब की रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है और इसके पक्ष में डीएनए मैच हो जाने का तर्क रखा जा सकता है। उधर, सागर प्रीत (स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर जोन -2 दिल्ली पुलिस) का कहना है कि अब तक हमें डीएनए की रिपोर्ट आधिकारिक रूप से नहीं मिली है।
डीएनए होगा सबसे अहम सबूत
जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, गत दिनों दिल्ली पुलिस ने महरौली स्थित आफताब के कमरे और जंगल से जो नमूने उठाए थे और उसे जांच के लिए सीएफएसएल और एफएसएल को भेजा था। अब जानकारी सामने आ रही है कि उसमें कुछ की डीएनए रिपोर्ट आ गई है। श्रद्धा के पिता से डीएनए मैच कर गया है। जानकारों की मानें तो हड्डी अथवा खून के पुराने धब्बे आदि एक भी चीज से डीएनए मैच कर जाने पर अब श्रद्धा हत्याकांड में पुलिस को सबसे अहम सबूत मिल गया है।
फिल्म दृष्यम के सीन से लिया आइडिया
वहीं, श्रद्धा हत्याकांड के आरोपित आफताब का शुक्रवार को भी करीब ढाई घंटे तक पालीग्राफ टेस्ट चला। पालीग्राफ टेस्ट के दौरान आफताब ने बताया कि उसने हत्या के बाद दृश्यम फिल्म भी देखी है। उसका सबूत छिपाने के तौर तरीके इसी फिल्म से प्रेरित था।
सबूतों को मिटाने को लेकर पूछे सवाल
बता दें कि अब तक पालीग्राफ टेस्ट के दौरान आरोपित से पचास से ज्यादा सवाल श्रद्धा से संबंधित पूछे गए थे। इसमें हत्या से लेकर शव एवं सबूतों को मिटाने की बात शामिल थी। आफताब ने सभी प्रश्नों के जवाब बेहद आत्मविश्वास से दिए। पुलिस अब एफएसएल की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।