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- 100 बेड का डेडिकेटेड हॉस्पीटल के अलावे 345 बेड का क्वारेंटाइन सेंटर भी
- जिला नियंत्रण कक्ष द्वारा होम आइसोलेटेड रोगियों को किया जा रहा फॉलोअप
- जिले में 469 कोविड पॉजीटिव केस जबकि 2 लाख 4 हजार 654 को पहला और 23 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज
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बिहारशरीफ (आससे)। कोविड से निबटने के लिए जिले में तैयारियां लगातार चल रही है। होम आइसोलेट लोगों को जिला हेल्पलाइन डेस्क से भी कॉल कर उनका कुशलक्षेम पूछा जा रहा है। यह जानकारी ली जा रही है कि होम आइसोलेशन में उन्हें कोई परेशानी तो नहीं। इसके साथ हीं मेडिकल किट मिला या नहीं, दवा का डोज लेने का तौर-तरीका बताया गया या नहीं, आदि-आदि। यह व्यवस्था जिला हेल्पलाइन की ओर से की गयी है। इसके अलावे स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोगियों की मॉनिटरिंग अलग से होती रही है। रविवार को देर शाम तक एंटीजन किट से हुए जांच में 40 लोग पॉजीटिव मिले थे। समाचार प्रेषण तक आरटीपीसीआर का डाटा अपलोड नहीं हो सका था। निश्चित तौर पर पॉजीटिव केसों की संख्या और बढ़ेगी।
रविवार को मुख्यमंत्री ने सूबे के सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ कोविड की समीक्षा की थी। नालंदा के जिला पदाधिकारी कोविड पॉजीटिव होने के कारण वीसी में नहीं थे लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में उपविकास आयुक्त ने वीसी में हिस्सा लिया। वहीं एसपी भी वीसी में मौजूद थे। हालांकि कोरोना पॉजीटिव होने के बाद भी होम आइसोलेट रहकर जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह लगातार जिले में कोविड की गतिविधियों पर ना केवल नजर रख रहे है बल्कि अधिकारियों को इंस्ट्रक्ट भी कर रहे है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में जो जानकारी दी गयी उसके अनुसार नालंदा जिले में अभी तक कुल कोविड पॉजीटिवों की संख्या 9087 हो गयी है। यह संख्या कोविड के शुरुआती दौर यानी 2020 से अब तक की थी। जिले में एक्टिव केस की संख्या 469 है। इससे 124 गांव और टोला प्रभावित है। शहरी क्षेत्र के 46 मोहल्लों में अब तक कोविड का केस मिला है। आरटीपीसीआर से जिले में 1400 प्रतिदिन टेस्ट करने का लक्ष्य है। इसके विरुद्ध 1500 से 1600 टेस्ट प्रतिदिन सैंपल दिया जा रहा है, लेकिन टेस्ट रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन लग रहा है। आज की समीक्षा बैठक में सीएम ने आरटीपीसीआर टेस्ट की रफ्रतार बढ़ाकर रिपोर्ट जल्द देने का निर्देश दिया है ताकि रोगियों का समय से इलाज हो सके।
नालंदा जिले में अनुमंडल स्तर पर क्वारेंटाइन सेंटर तैयार किया जा रहा है। बिहारशरीफ में बीड़ी अस्पताल में 100 बेड तथा 50 ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था है जो जिले का डीसीएचसी है। जबकि नूरसराय डायट सीसीसी बनाया गया है, जहां 150 बेड और 50 ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध है। राजगीर के अशोका बैक्वेट हॉल में 45 बेड का व्यवस्था किया गया है, जहां 10 ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध कराया गया है, जबकि हिलसा में एसयू कॉलेज हिलसा में 50 बेड और 10 ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता सुनिश्चित है। इस प्रकार जिले में डीसीएचसी में 195, सीसीसी में 150 तथा डीसीएच में 100 बेड उपलब्ध है। यानी कि कोरोना से निबटने के लिए जिले में 445 बेड का अस्पताल उपलब्ध है।
वैसे मरीज जिन्हें कोविड का कोई लक्षण नहीं है उन्हें सीसीसी में रखे जाने की व्यवस्था है, जिसे कोविड केयर सेंटर कहा जाता है। जिसमें लक्षण है उसे डीसीएचसी (डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर) में रखने की व्यवस्था है। जबकि लक्षण में बढ़ोतरी होने पर डीसीएच यानी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पीटल जो विम्स में है और 100 बेड का है। इसके लिए डेडिकेटेड कोविड एंबुलेंस भी उपलब्ध है। मुख्यमंत्री को बताया गया कि जिले में अभी डीसीएचसी में कुल 6 मरीज है। सभी सीसीसी एसं डीसीएचसी में पर्याप्त संख्या में चिकित्सक और पारा मेडिकल कर्मी को प्रतिनियुक्त किया गया है।
कोरोना वैक्सीन के संबंध में मुख्यमंत्री को अद्यतन जानकारी दी गयी है, जिसमें बताया गया कि हेल्थ वर्कर अंतर्गत पहला डोज में 14149 को पहला तथा 11228 को दूसरा डोज दिया गया है। वहीं फ्रंटलाइन वर्कर कोटे के 10517 लोगों को पहला तथा 6594 लोगों को दूसरा डोज दिया जा चुका है। 45 साल से उपर के 60752 लोगों को पहला तथा 809 लोगों को दूसरा डोज मिला है। वहीं 60 साल से उपर आयु वर्ग के 119236 लोगों को पहला तथा 4575 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है। इस प्रकार जिले में अब तक 204654 लोगों को कोविड वैक्सीन का पहला तथा 23266 लोगों को दूसरा डोज दिया जा चुका है। सीएम को यह भी बताया गया कि नालंदा जिला 45 वर्ष से उपर वैक्सीनेशन में पूरे प्रदेश में 29 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है।
जिले में कोविड से निबटने के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाया जा रहा है। मुख्यालय एवं जिले के सभी प्रखंडों में माइकिंग, जीविका और आशा दीदियों के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। होम आइसोलेशन वाले मरीजों को कोविड-19 के उपचार हेतु होम आइसोलेशन किट उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला नियंत्रण कक्ष के चिकित्सक द्वारा रेगुलर फॉलोअप किया जा रहा है। जिले का टॉल फ्री नंबर 18003456119 जो छः हंटिंग लाइन के साथ है निरंतर कार्य कर रही है।