बाढ़ से क्षतिग्रस्त सडक़ों की करायें शीघ्र मरम्मत : सीएम
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अति वृष्टि से उत्पन्न बाढ़ प्रभावित जिलों के जिालाधिकारियों से कहा है कि तीन दिन के अंदर सभी डीएम पहले की फसल क्षति के आकलन के साथ-साथ हाल के दिनों में अधिक वर्षापात के कारण हुई फसल क्षति का आकलन कर रिपोर्ट दें। सभी बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करनी है, कोई भी बंचित न रहे इसका विशेष ख्याल रखें। मुख्यमंत्री मंगलवार को अति वृष्टि से उत्पन्न बाढ़ प्रभावित ११ जिलों का हवाई सर्वेक्षण कर लौटने के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग से जिलाधिकारियों से स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री के वीडियो कांफ्रेंसिंग से नवादा, नालंदा, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमली चंपारण, गोपालगंज और छपरा के डीएम जुड़े हुए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर क्षति का आकलन किया गया। सभी जिलों के प्रभारी मंत्री अपने-अपने जिलों में जन प्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। हाल ही में अधिक वर्षापात से कई जिलों में बाढ़़ की स्थिति बनी। जिसके कारण फसल क्षति के साथ-साथ कई अन्य प्रकार के नुकसान हुए। उन्होंने इन जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि तीन दिन के अंदर सभी जिलाधिकारी पहले की फसल क्षति के आकलन के साथ-साथ हाल के दिनों मेुं अधिक वर्षापात के कारण हुई फसल की क्षति का आकलन कर रिपोर्ट दें।
राज्य के सभी जिलों में फसल की क्षति के आकलन के साथ-साथ जहां अत्याधिक जलजमाव के कारण बुआई नहीं हो सकी है उसका भी ठीक से आकलन कर लें। जहां कहीं भी क्षति हुई है वहां राहत एवं बचाव कार्य को लेकर ततकाल मदम उठायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सडक़ों एवं पुल-पुलियों के साथ-साथ अन्य क्षति का भी आकलन कर करायें। प्रभावित लोगों के साथ संपर्क बनाये रखें एवं उनके सुझावों पर भी गौर करें। सभी प्रभावित लोगों की पूरी संवेदनशीलता के साथ मदद करनी है।
उन्होंने कहा कि बचे हुए बाढ़ प्रभावित लोगों में जीआर राशि का वितरण शीघ्र करें। सभी प्रभावित लोगों की मदद करनी है, कोई भी बंचित न रहे इसका विशेष ख्याल रखें। सभी जिलाधिकारी, आपदा प्रबंधन, कृषि तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन निरंतर संपर्क में रहे। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान जो सडक़ें क्षतिग्रस्त हुई है उसकी शीघ्र मरम्मत करायें। पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य अपने अभियंताओं से बाढग़्रस्त क्षेत्रों के पथों की स्थिति का अपडेट लें।
बैठक में मुख्यंमत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन सचिव संजय कुमार अग्रवाल, कृषि सचिव एन सरवन कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार थे, जबकि वीडिश्यो कांफ्रेंसिंग से संबंधित जिलों प्रमंडलीय आयुक्त, ११ जिलों के जिलाधिकारी, एसएसपी एएवं एसपी समेत कई जुड़े हुए थे।