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सीयूईटी से ही हो सकते हैं मेडिकल और इंजीनियरिंग में भी दाखिले, UGC ने तैयार किया प्रस्ताव


नई दिल्ली, । देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों और उनसे सम्बद्ध महाविद्यालयों के साथ-साथ भाग ले रहे राज्य विश्वविद्यालयों एवं निजी विश्वविद्यालयों में सभी विषय-समूहों (कला, विज्ञान, वाणिज्य, आदि) में यूजी/पीजी में इस साल से एक ही प्रवेश परीक्षा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानि सीयूईटी से दाखिले की व्यवस्था लागू करने के बाद अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) अब इसी परीक्षा के माध्यम से ही मेडिकल और इंजीनियरिंग अंडर-ग्रेजुएट दाखिले की भी योजना बना रहा है। यूजीसी के अध्यक्ष मामीडाला जगदीश कुमार द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार आयोग मेडिकल यूजी प्रवेश परीक्षा (यानि नीट) और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (यानि जेईई) को भी सीयूईटी के दायरे में ही लाने के प्रस्ताव पर काम कर रहा है।

यूजीसी अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव को लेकर जानकारी साझा की कि चार विषयों मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री और बॉयोलॉजी के साथ तीन अलग-अलग प्रवेश परीक्षाओं में सम्मिलित होने की बजाय एक ही प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित हों और इसके आधार पर अलग-अलग विषयों में आगे की पढ़ाई के लिए दाखिला ले सकेंगे। हालांकि, उच्चतर शिक्षा के शीर्ष निकाय – यूजीसी द्वारा इस सम्बन्ध में अभी सहमति बनाए जाने पर प्रयास किए जा रहे हैं।

बता दें कि इंजीनियरिंग में आइआइटी समेत विभिन्न इंजीनियरिंग संस्थानों में यूजी दाखिले के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा जेईई मेन और फिर किसी एक आइआइटी द्वारा जेईई एडवांस प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है और इसमें लगभग 10 लाख परीक्षार्थी सम्मिलित होते हैं। इसी प्रकार, एम्स समेत विभिन्न चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में यूजी कोर्सेस (एमबीबीएस, बीडीएस, बीएचएमएस, बीएएमएस, आदि) में दाखिले के लिए एनटीए द्वारा प्रवेश परीक्षा नीट का आयोजन हर साल किया जाता है और इसमें करीब 15 लाख उम्मीदवार सम्मिलित होते हैं। वर्तमान में स्टूडेंट्स को अंडर-ग्रेजुएट पढ़ाई के लिए अपने पसंदीदा कोर्से के हिसाब से नीट या जेईई या इस साल से लागू सीयूईटी में सम्मिलित होना होता है।