लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा भगवान राम और शिव पर दिए गए वक्तव्य पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बुरी तरह पराजित हो रही है और हार की इसी खिसियाहट को वह बहुसंख्यक हिंदू समाज की आस्था को अपमानित कर, उसके साथ खिलवाड़ कर व्यक्त कर रही है।
गुरुवार को मैनपुरी, एटा और फिरोजाबाद में चुनावी जनसभा/रोड शो के लिए निकलने से पूर्व अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत में योगी ने कहा कि चुनाव के समय इस तरह के संवेदनशील मुद्दों को उठाकर कांग्रेस भारत की आस्था के साथ बहुसंख्यक समाज को अपमानित करने का काम कर रही है। कांग्रेस ‘आपस में बांटो और राज करो’ की अंग्रेजों की नीति पर चल रही है। उसने जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर समाज को बांटा है और अब भी कर रही है।
कांग्रेस अपनी हार की खिसियाहट…
योगी ने कहा, कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में भी समाज को जातीय आधार पर बांटने का प्रयास किया गया है। देश के अंदर अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़ा वर्ग के अधिकार को वह कैसे अल्पसंख्यकों को बांटने की कुत्सित चेष्टा कर रही है, इसकी छाप उसके घोषणापत्र में नजर आ रही है। इसीलिए कांग्रेस अपनी हार की खिसियाहट को हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ करके व्यक्त करना चाहती है।
योगी ने कहा कि सनातन धर्म की उपासना विधि में भगवान राम और शिव अलग-अलग नहीं बल्कि एक-दूसरे के पूरक हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ने स्वयं शिव की उपासना की और रामचरित मानस में देखेंगे तो भगवान शिव ने भी श्रीराम की उपासना की। प्रभु राम कहते हैं कि ‘शिवद्रोही मम दास कहावा सो नर मोहि सपनेहु नहि पावा’, यानी यदि कोई भगवान शिव का द्रोही है और वह मेरा दास, मेरा भक्त कहलाने का दंभ पाल रहा है तो मैं सपने में भी उसे प्राप्त नहीं हो सकता। ऐसा ही भगवान शिव भी कहते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष का वक्तव्य अत्यंत निंदनीय है। यह कांग्रेस के पतन की एक नई शुरुआत है।