जार्जटाउन, । रिकार्ड चार बार की चैंपियन भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शनिवार को अंडर-19 वनडे विश्व कप के अपने पहले मुकाबले में उतरेगी तो उसकी नजरें अपना शानदार रिकार्ड बरकरार रखते हुए नई प्रतिभाओं को तलाशने पर लगी होंगी। हरनूर सिंह, राजवर्धन हंगरगेकर, कप्तान यश धुल और रवि कुमार से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो अभी तक पिछले टूर्नामेंटों में अपनी प्रतिभा की बानगी दे चुके हैं।
भारतीय टीम एशिया कप जीतने के बाद यहां पहुंची है और अभ्यास मैचों में वेस्टइंडीज तथा आस्ट्रेलिया को हराया है। टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफल टीम रही भारतीय टीम पिछले तीन सत्रों में फाइनल में पहुंची है। दो साल पहले बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल में हारी भारतीय टीम का कोई भी खिलाड़ी सीनियर टीम तक नहीं पहुंचा। अब देखना यह है कि क्या 2022 की अंडर-19 टीम में से कोई यह कमाल कर सकता है। मौजूदा टीम में पृथ्वी शा और शुभमन गिल (2018 बैच) जैसी प्रतिभाएं नहीं है लेकिन कुछ खिलाडि़यों ने ध्यान खींचा है।
सलामी बल्लेबाज हरनूर से काफी उम्मीदें है। पिछली बार यशस्वी जायसवाल ने इस टूर्नामेंट में काफी रन बनाए थे। हरनूर ने एशिया कप में पांच मैचों में 251 रन बनाए और आस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 जनवरी को अभ्यास मैच में नाबाद 100 रन की पारी खेली। तेज गेंदबाज हंगरगेकर महाराष्ट्र के लिए सीनियर क्रिकेट खेल चुके हैं। एशिया कप में उन्होंने अपनी गति से प्रभावित किया और आठ विकेट लिए। अन्य तेज गेंदबाज रवि कुमार ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार विकेट चटकाये थे। कप्तान धुल दिल्ली क्रिकेट में काफी प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। एशिया कप में वह कोई कमाल नहीं कर सके लेकिन यहां दोनों अभ्यास मैचों में अर्धशतक जमाए। हरफनमौला राज बावा मध्यम तेज गेंदबाज और बायें हाथ के बल्लेबाज हैं जो टीम के काफी उपयोगी सदस्य हैं।