नई दिल्ली। नारद स्टिंग मामले में जांच एजेंसी द्वारा ममता बनर्जी सरकार के 2 बड़े मंत्रियों समेत टीएमसी के 3 नेताओं की गिरफ्तारी के बाद राज्य में माहौल गरमा गया है। बड़ी संख्या में टीएमसी समर्थक सीबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सीबीआई की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह स्पीकर के अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नारदा केस दशकों पुराना है और अब एक दम से गिरफ्तारी की क्यों जरूरत पड़ गई।
सिंघवी का केंद्र और CBI पर हमला
वरिष्ठ वकील और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ‘पश्चिम बंगाल में गिरफ्तारियों के पीछे केंद्र सरकार और सीबीआई के गलत इरादे दिखते हैं।’ उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से पहले गिरफ्तारी की जरूरत भी होनी चाहिए। गिरफ्तार करने की शक्ति होने का मतलब यह नहीं है कि आप गिरफ्तार करने के लिए बाध्य ही हैं। सिंघवी ने कहा कि नारदा दशक पुराना मामला है, टेप भी 2016 के हैं। ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी आ चुका है, फिर अभी दो गिरफ्तारियां करने के पीछे क्या जरूरत थी?