केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत को निवेश के लिए सबसे अच्छी जगह बताते हुए कहा कि भारत और अमेरिका दोनों के लिए अब आपसी हित के क्षेत्रों में शामिल होने का समय आ गया है। यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) में कारोबारियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को कहा कि दोनों देश साथ मिलकर वैश्विक सुरक्षा, स्थिरता और आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ावा दे सकते हैं। यूएस- इंडिया के आपसी संबंध कई सारे प्रतिद्वंदी लाभ देते हैं। हमारी आपूर्ति श्रृंखलाओं का लचीलापन, जो टैलेंट भारत अमेरिका को उपलब्ध कराता है और अमेरिका भारत में निवेश करता है। यह सब कुछ मिलाकर दोनों देशों के बीच एक अच्छा व्यापारिक तंत्र बनाते हैं।
निवेशकों को दिया भारत आने का न्यौता
केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि भारत एक ऐसी जगह है, जिसे आज कोई भी निवेशक छोड़ना नहीं चाहेगा। यहां पर एक अरब से अधिक उम्मीदें हैं। इसके साथ जोर देते हुए कहा कि हमें ऐसे सभी क्षेत्रों में कॉर्पोरेट करना होगा, जहां हमारे आपसी हित जुड़े हुए हैं।
भारत में विदेशी निवेश
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल- जून) के बीच भारत में 16.59 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ है। जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 17.56 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ था। मई में जारी हुए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में देश में कुछ 83.57 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ था।
एफडीआई पॉलिसी निवेशकों के अनुकूल
सरकार समय-समय पर एफडीआई पॉलिसी की समीक्षा करके अहम बदलाव करती रहती है, जिससे भारत निवेशकों के लिए आकर्षक जगह बनी रहे। बीते कुछ समय में सरकार ने कोयला खनन, कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटल मीडिया, रिटेल, एविएशन, डिफेंस और टेलीकॉम सेक्टरों में एफडीआई के नियमों को आसान बनाया है।