भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच टेस्ट सीरीज खत्म हो चुकी है और अब टी20 सीरीज की शुरुआत हो चुकी है. टेस्ट सीरीज में भारत ने 3-1 से जीत दर्ज कर ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) के फाइनल में जगह बनाई. भारतीय टीम (Indian Team) का प्रदर्शन इस सीरीज में अच्छा रहा, जबकि इंग्लैंड (England) के बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों के सामने संघर्ष कर रहे थे. इस दौरान पिच को लेकर काफी बवाल खड़ा किया गया था. खास तौर अहमदाबाद (Ahmedabad) में तीसरे टेस्ट मैच की पिच को लेकर सबसे ज्यादा विवाद हुआ था, जिसमें मैच सिर्फ 2 दिन में खत्म हो गया था. अब इस पिच पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को थो़ड़ा परेशान कर सकती हैं.
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में भारत और इंग्लैंड के बीच 23 मार्च से तीसरा टेस्ट मैच खेला गया था. गुलाबी गेंद से खेले गए इस डे-नाइट मैच में भारत ने दो दिन के अंदर ही 10 विकेट से जीत दर्ज कर ली थी. भारत की ओर से सिर्फ एक विकेट तेज गेंदबाज को मिला, जबकि बाकी 19 विकेट स्पिनरों के खाते में गए. मैच के पहले सेशन से ही गेंद पर स्पिनरों को मदद मिलने लगी थी और बल्लेबाजों का टिकना मुश्किल हो गया था.
ICC ने पिच को बताया औसतम
इस पिच को लेकर इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों ने और मीडिया ने सबसे ज्यादा सवाल खड़े किए थे. अब ICC ने भी इस पिच पर अपना फैसला दिया है. ICC ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए इस तीसरे टेस्ट मैच की पिच को ‘औसत’ दर्जे की बताया है.
भारतीय टीम पर क्या असर होगा?
विजडन के मुताबिक, भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट की पिच को ICC ने औसत बताया है. हालांकि इसके लिए इस मैदान पर रोक नहीं लगाई जाएगी. यानी ICC टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भी भारत के पॉइंट्स नहीं काटे जाएंगे और फाइनल मैच पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.
अगर ICC इस पिच को ‘खराब’ रेटिंग देता, तो भारत के टेस्ट चैंपियनशिप में पॉइंट्स कटते और दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम को शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ता, क्योंकि फिर ICC इस पर प्रतिबंध लगा सकती थी.