, श्रीनगर। जम्मू संभाग में आतंकी हमलों के बाद आज (शुक्रवार) अखनूर और काना चक इलाके में तीन संदिग्ध देखे गए। इसके बाद भारतीय सेना हरकत में आ गई। सुरक्षा बलों ने भारी पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया।
आज सुबह स्थानीय लोगों ने तीन संदिग्ध देखे। इसके बाद उन्होंने सुरक्षाबलों को खबर दी। सूचना मिलते ही सेना के जवानों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया। पूरे इलाके को ड्रोन से खंगाला जा रहा है। आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने पूरी तरह से घेराबंदी कर दी है।
आईईडी का बढ़ा खतरा
अधिकारियों ने कहा कि सेना के जवान सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं, क्योंकि जगह-जगह इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का खतरा है। तलाशी अभियान का विस्तार जम्मू क्षेत्र के कठुआ, उधमपुर और डोडा जिलों के पहाड़ी इलाकों में किया गया है।
5 जवान बलिदान
बता दें कि कठुआ जिला मुख्यालय से करीब 150 किलोमीटर दूर बदनोटा गांव के पास मचेड़ी-किंडली-मल्हार पर्वतीय मार्ग पर सोमवार को आतंकवादियों द्वारा सेना के दो वाहनों पर की गई गोलीबारी में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी समेत पांच सैन्यकर्मी बलिदान हुए थे। साथ ही कई जवान घायल हुए थे।
पहाड़ियों-घने जंगलों में जवानों का पहरा
आतंकियों को पकड़ने के लिए पहाड़ियों और घने जंगलों में सेना के जवानों को तैनात किया गया है। कठुआ जिले में सेना के गश्त पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकवादियों की तलाश जारी है। आतंकी हमले के बाद से 60 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। साथ ही आतंकियों की मदद करने वालों को सख्त संदेश चेतावनी दी है।
आतंकियों पर शिकंजा कसने के लिए बैठक
आतंकियों पर शिकंजा कसने के लिए जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आर.आर स्वैन, पंजाब के उनके समकक्ष गौरव यादव और बीएसएफ के विशेष महानिदेशक, पश्चिमी कमान वाई बी खुरानिया सहित अन्य अधिकारियों ने बैठक की।