हैदराबाद। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) के विधायकों का पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का सिलसिला जारी है। बीआरएस के छह विधान परिषद गुरुवार देर रात तेलंगाना के सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की मौजूदगी में ये सभी छह एमएलसी कांग्रेस में शामिल हुए।
कांग्रेस में शामिल होने वाले एमएलसी दांडे विटल, भानुप्रसाद राव, एमएस प्रभाकर, बोग्गापारु दयानंद और एग्गे मल्लेशम हैं।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष भी कांग्रेस में हुए शामिल
बता दें कि 28 जून को चेवेल्ला से भारत राष्ट्र समिति के विधायक काले यादैया कांग्रेस में शामिल हुए थे। तेलंगाना में जगतियाल से बीआरएस के विधायक संजय कुमार रविवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वहीं, इससे पहले बीआरएस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी 21 जून को कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
उनसे पहले बीआरएस के विधायक कादियाम श्रीहरि, दानम नागेंदर और टेलम वेंकट राव ने कांग्रेस का दामन थामा था। दराबाद की महापौर विजया लक्ष्मी आर गडवाल समेत कई अन्य बीआरएस नेता भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
विधान परिषद में कांग्रेस की बढ़ी संख्याबल
तेलंगाना विधानसपरिषद की वेबसाइट के मुताबिक, बीआरएस के 25 सदस्य हैं। वहीं, कांग्रेस के चार सदस्य हैं। छह एमएलसी के पाला बदलने से विधान परिषद में कांग्रेस के दस एमएलसी हैं। सूत्रों की माने तो अगले कुछ दिनों में बीआरएस के कई नेता कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।