नई दिल्ली, ‘हमें शादी करने और बच्चे-परिवार के साथ सामान्य जिंदगी जीने का हक है।’ यह उन 20 कपल की सुप्रीम कोर्ट से गुहार है कि भारत में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दी जाए। 2018 में समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से हटाए जाने के बाद विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग उठने लगी। इसके बाद देश के अलग-अलग कोर्ट में लगभग 20 याचिकाएं दायर की गई।
सुप्रीम कोर्ट में चौथे दिन हाईब्रिड सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाली 20 याचिकाओं पर चौथे दिन सुनवाई शुरू हो गई है। CJI चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली 5 जजों की पीठ हाइब्रिड मोड पर सुनवाई कर रही है। इसमें से भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति हेमा कोहली और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा कोर्ट रूम में बैठे हुए है। वहीं, न्यायमूर्ति एसके कौल और न्यायमूर्ति एसआर भट घर से वर्चुअली जुड़े हैं।
समलैंगिक विवाह को मान्यता दिलाने के लिए लड़ रहे यह कपल
- सुप्रियो चक्रवर्ती और अभय डांग
- अभिजीत अय्यर मित्रा
- अदिति आनंद और सुजैन डायस
- अंबुरी रॉय और अपर्णा साहा
- डॉ कविता अरोड़ा और अंकिता खन्ना
- हरीश अय्यर
- जॉयदीप सेनगुप्ता
- काजल
- मेलिसा फेरियर
- निबेदिता दत्ता
- निकेश पीपी
- नितिन करणी
- पार्थ फिरोज मेहरोत्रा और उदय राज आनंद
- रितुपर्णा बोहरा
- समीर समुद्र
- उदित सूद
- उत्कर्ष सक्सेना और अनन्या कोटिया
- वैभव जैन और पराग मेहता
- डॉ. अक्काई पद्मशाली
- जैनब जे पटेल
इन 20 कपल में से कई ने परिवार की मौजुदगी में काफी धूमधाम से शादी रचाई है, लेकिन अब तक इनकी शादी को भारत में कानूनी मान्यता नहीं मिल पाई है। इनमें से कई कपल सालों से अपनी शादी को कानूनी मान्यता दिलाने का संघर्ष कर रहे हैं। आइये इनमें से कुछ के बारे में विस्तार से जान लेते है। इनमें से अधिकत्तर याचिकाकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट से क्या गुहार लगाई है और इनकी क्या मांग है।
सुप्रियो चक्रवर्ती और अभय डांग
सुप्रियो चक्रवर्ती और अभय डांग गे कपल है। 8 साल से रिलेशन में रहने के बाद 2021 में दोनों शादी के बंधन में बंधे। इन दोनों की शादी वैसे ही हुई जैसे एक महिला और पुरुष की होती है। मेहंदी से लेकर हल्दी रस्म तक निभाए गए। दोनों के ही परिवार इस शादी में शामिल हुए।
इन दोनों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हुए थे। इन दोनों को तेलंगाना का पहला गे कपल भी कहा जाता है। शादी हो जाने के बाद भी दोनों कानून के तहत अपनी शादी को रजिस्टर्ड नहीं करा सकते है। इन दोनों ने याचिका दायर कर अपना तर्क दिया की समलैंगिक विवाह को मान्यता न देना भारत के संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 19 और 21 के तहत याचिकाकर्ताओं के अधिकार का उल्लंघन करता है।
अदिति आनंद और सुजैन डायस
अदिति आनंद और सुजैन डायस एक लेस्बियन कपल है। ये दोनों 7 साल से अधिक समय से एक साथ हैं। 39 साल की अदिति मुंबई में फिल्म प्रोडक्शन कपंनी चलाती है। वहीं, 35 साल की सुजैन एक एंटरप्रेन्योर हैं।
इन दोनों कपल ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर विशेष विवाह अधिनियम को चुनौती दी है। बता दें कि दोनों कपल एक बच्चे की भी परवरिश कर रही हैं। इनका मानना है कि यह एक्ट समान-लिंग वाले जोड़ों और विपरीत लिंग वाले जोड़ों के बीच अंतर करता है।
अंबुरी रॉय और अपर्णा साहा
अंबुरी रॉय और अपर्णा साहा कॉलेज के समय से एक साथ रिलेशन में है। पहली नजर में दोनों को प्यार नहीं दोस्ती हुई थी। यह अंबुरी रॉय को कहना है। दोनों पहले दोस्त बने और धीरे-धीरे इनकी दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। रॉय और साहा प्यार और चुनौतियों का एक लंबा सफर तय कर चुके हैं। वे 2009 से साथ लिव इन में रह रहे हैं। दोनों शादी करना और बच्चा पालने का सपना देखते है। लेकिन भारतीय कानून समलैंगिक जोड़ों को मान्यता देने में विफल होने के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है।
परिवार बनाने और भारत में एक विवाहित जोड़े के रूप में पहचाने जाने की उनकी इच्छा को देखते हुए दोनों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। बता दें कि दोनों ने 2022 में डेनमार्क में शादी की थी। दोनों ने 2021 में भारत छोड़ दिया था, क्योंकि यहां इनकी शादी को कानूनी मान्यता नहीं मिल सकती थी। दोनों अब विदेशी विवाह अधिनियम, 1969 की धारा 17 के तहत अपनी शादी को पंजीकृत कराना चाहते है। हालांकि, अधिनियम की धारा 17(2) को धारा 4(सी) के तहत केवल एक पुरुष और एक महिला के बीच विवाह को मान्यता दी जाती है।
पार्थ फिरोज मेहरोत्रा और उदय राज आनंद
पार्थ फिरोज मेहरोत्रा और उदय राज आनंद 17 सालों से एक साथ है।
इन दोनों ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इनका मानना है कि सामान्य कपल को मिलने वाले अधिकारों से यह वंचित है।
उत्कर्ष सक्सेना और अनन्या कोटिया
उत्कर्ष सक्सेना और अनन्या कोटिया गे कपल है और 2008 से एक साथ रह रहे है। सुप्रीम कोर्ट के वकील उत्कर्ष सक्सेना ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहे हैं।
दोनों की मुलाकात डिबेटिंग सोसाइटी के जरिए कॉलेज (हंसराज कॉलेज, डीयू) में हुई थी। उत्कर्ष और अनन्या ने भी सु्प्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
वैभव जैन और पराग मेहता
वैभव जैन और पराग मेहता 11 साल से एक साथ है। 2019 में दोनों ने शादी रचाई थी। दिल्ली में पल बढ़े वैभव वर्ष 2011 में अमेरिका चले गए थे, जहां उनकी मुलाकात पराग मेहता से हुई। दोनों एक-दूसरे से एक प्राइड परेड के दौरान मिले थे। बाद में दोनों ने एक-दूसरे से सोशल मीडिया से सपंर्क किया। इसके बाद दोनों की डेटिंग शुरू हो गई। बता दें कि पराग मेहता अमेरिका के ओबामा प्रशासन में काम कर चुके हैं और एक कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और वाइस प्रेजिडेंट हैं।
डेटिंग के दौरान दोनों को एक-दूसरे से प्यार हुआ और शादी रचा ली। दोनों विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत अपने रिश्ते को एक कानूनी मान्यता देना चाहते थे, लेकिन उनकी यह अपील खारिज हो गई। इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर अपना तर्क दिया कि उनके साथ भेदभाव किया गया और अनुच्छेद 21 के तहत विवाह के लिए साथी चुनने का उनके पास पूरा अधिकार है।