भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा है कि यदि 2028 के लॉस एंजेलिस ओलिंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल किया जाता है तो वो अपनी पुरूष और महिला दोनों टीमों को इसमें खेलने की सशर्त अनुमति दे सकता है. साथ ही बीसीसीआई अगले साल बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भी अपनी महिला टीम भेजने को राजी हो गया है.
बीसीसीआई की एपेक्स काउन्सिल की शुक्रवार को हुयी बैठक में ये निर्णय लिया गया है. बोर्ड काउन्सिल ने बैठक के बाद कहा है कि टीम के ओलम्पिक में खेलने से उसकी स्वायत्ता (autonomy) पर क्या असर पड़ेगा पहले वो इसका पता करेगी. यदि ओलम्पिक में खेलने से हमारी स्वायत्ता पर कोई असर नहीं पड़ता है तो भारत की पुरुष और महिला क्रिकेट टीमें लॉस एंजेलिस में 2028 में होने वाले ओलिंपिक खेलों में हिस्सा लेंगी, जबकि महिला टीम अगले साल बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भी खेलेगी.
बीसीसीआई के एक अधिकारी के अनुसार, “इन खेलों में भाग लेने को लेकर हमारा मुख्य मुद्दा ये है कि, ऐसा होने की सूरत में हम अपने ऊपर अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक एसोसीएशन (आईओए) को हावी होने नहीं देना चाहते. हम इस पर अपनी स्थिति पहले स्पष्ट करना चाहते हैं. ओलम्पिक खेलों में हमारा भाग लेना इस पर निर्भर करता है कि इस से हमारी पहचान और स्वतंत्रता से किसी भी प्रकार का समझौता ना हो.”
महिला क्रिकेट को और बढ़ावा देने पर है जोर
बीसीसीआई के अधिकारी ने बताया कि बोर्ड महिला क्रिकेट को आगे ले जाना चाहता है और इस प्रयास में महिला टीम का बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेना एक छोटा कदम है. अधिकारी ने कहा, “बोर्ड महिला क्रिकेट को आगे ले जाने पर ध्यान दे रहा है. बड़े मंचों पर मौका मिलना देश में इस खेल को आगे ले जाएगा. बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेना इस तरफ एक बड़ा कदम है.”