नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है, लेकिन समाजवादी पार्टी ने अभी तक कन्नौज सीट से अपने प्रत्याशी का एलान नहीं किया है। इस हाईप्रोफाइल सीट को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। कन्नौज से अखिलेश यादव खुद मैदान में उतरेंगे या नहीं? ये सवाल बार-बार उठ रहा है। सपा के एक नेता ने अखिलेश के कन्नौज से चुनाव लड़ने की बात कही है, लेकिन सपा मुखिया का कहना है कि वह जल्द प्रत्याशी का एलान करेंगे। ऐसे में सभी को अखिलेश की घोषणा का इंतजार है।
कन्नौज से सपा प्रत्याशी की घोषणा न किए जाने के पीछे की मुख्य वजह बगावत कर टूट रहे पार्टी के नेताओं का भाजपा में शामिल होना भी माना जा रहा है। अखिलेश गुरुवार को कन्नौज पहुंचे थे। पार्टी कार्यालय में बूथ प्रभारियों और जोनल प्रभारियों के साथ संवाद के दौरान कुछ नेताओं ने बताया कि तालग्राम पूर्व चेयरनमैन दिनेश यादव, धर्मेंद्र यादव भाजपा में चले गए। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिल्पी कटियार के पति सपा नेता संजू कटियार ने भी भाजपा का दामन थाम लिया।
‘घर में शादी नहीं, जो हर किसी को मनाते रहें’
पार्टी नेताओं की बात सुनकर अखिलेश भावुक हो गए और कहा कि उनके घर में शादी नहीं है, जो हर किसी को मनाते रहें। यह चुनाव एक आंदोलन है। उन्होंने तो किसी को नहीं निकाला, जो भी आएं उनका स्वागत है जो भाजपा में गए हैं वह अवसरवादी थे। मौके का लाभ लेकर चले गए।
सपा नेता बोले- कन्नौज से ही चुनाव लड़ेंगे अखिलेश
इससे पहले सपा जिलाध्यक्ष ने कहा था कि सपा मुखिया कन्नौज से ही चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद अखिलेश ने जिले का दौरा किया और चर्चा तेज हो गई। प्रत्याशी घोषित करने के सवाल पर अखिलेश ने बोला, ”जब तक हम राजनीति करेंगे कन्नौज में ही रहेंगे। साइकिल चुनाव चिन्ह हैं और वह यहां है। कन्नौज सपा का गढ़ रहा है। वह जल्द प्रत्याशी की घोषणा करेंगे।”