कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) के कर्मचारियों की वेतन में संशोधन की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल गुरुवार को भी जारी है. हड़ताल के चलते लगातार दूसरे दिन भी कलबुर्गी में बस सेवाएं प्रभावित हैं. बसों के न चलने पूरा ट्रांसपोर्ट प्रभावित हो रहा है और लोगों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. कर्नाटक में सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे सरकारी बसों का आवागमन प्रभावित है. कर्मचारी संशोधित वेतन लागू नहीं किए जाने के चलते हड़ताल पर हैं.
KSRTC समेत बैंगलोर मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (BMTC), नॉर्थ वेस्टर्न कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (NWKRTC) और नॉर्थ ईस्टर्न कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (NEKRTC) के कर्मचारी भी इस हड़ताल में शामिल हैं KSRTC ने प्राइवेट बसों के संचालन के लिए अस्थायी परमिट दिया है. राज्य सरकार ने हड़ताल को देखते हुए प्राइवेट बसों और स्कूल बसों के साथ कलबुर्गी, बेलागावी, हुबली, मैसूर और अन्य जगहों पर ट्रेनों के संचालन को भी बढ़ाया है.
सीएम ने की थी हड़ताल न करने की अपील
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सड़क परिवहन निगम कर्मचारियों से हड़ताल नहीं करने की अपील की थी. उन्होंने मंगलवार को कहा था कि “हमने आपकी (कर्मचारियों) 9 मांगों में आठ को पूरा कर दिया है. हमें लोगों की भलाई के लिए एक साथ काम करना है. हड़ताल को वापस लें और प्रशासन की मदद करें, ताकि सरकार को कड़े फैसले नहीं लेने पड़े.” कर्नाटक के मुख्य सचिव पी रवि कुमार ने कहा है कि छठे वेतन आयोग के तहत उनकी मांग और सरकारी कर्मचारियों के बराबर सैलरी देने की मांग को स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
कोविड गाइडलाइंस का उल्लंघन पर एक्शन
राज्य सरकार ने कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही है, अगर वे कोरोना वायरस के लिए जारी प्रतिबंधों का पालन नहीं करते हैं. राज्य के मुख्य सचिव ने कहा, “कोविड-19 को लेकर प्रतिबंध लागू हैं और आपदा प्रबंधन कानून के तहत पहले ही नोटिफिकेशन जारी किया गया कि लोग समूह में इकट्ठा नहीं हो सकते हैं. अगर इसका उल्लंघन किया गया, तो कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी.”