वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। यूपी के काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले भक्तों को अब केवल भौतिक दर्शन ही नहीं, बल्कि ‘वर्चुअल’ दर्शन भी मिलेंगे। मंदिर प्रशासन ने 11 मिनट और 50 सेकंड की वर्चुअल रियलिटी दर्शन की शुरुआत की है। इससे भक्तों को दर्शन के लिए चिलचिलाती गर्मी में लंबी कतार में खड़े होने से बचने में मदद मिलेगी।
मंदिर प्रशासन ने कहा कि यह सेवा अभी परीक्षण के तौर पर है और भक्तों से फीडबैक मिलने के बाद इसे स्थायी रूप से लागू किया जाएगा।
इन मंदिरों में इस्तेमाल हो रही ये तकनीक
नई पहल के बारे में बात करते हुए, काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने कहा, 3डी वर्चुअल रियलिटी एक नई तकनीक है जिसे उज्जैन के महाकालेश्वर और माता वैष्णो देवी मंदिर जैसे विभिन्न मंदिरों में लागू किया गया है। उन मंदिरों में 3डी तकनीक प्रदान करने वाली कंपनी ने इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट से संपर्क किया है।
सभी ने दी सकारात्मक प्रतिक्रिया
विश्व भूषण मिश्रा ने कहा, कि 5 मई से 4 जून के बीच हमारे कुल 363 कर्मचारियों और पुजारियों ने फिल्म देखी। उन्होंने शो के बारे में सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। इसके बाद इसे भक्तों के लिए शुरू किया गया और अब तक कुल 282 भक्तों ने फिल्म देखी। अगर भक्तों को यह पसंद आती है, तो इसे कुछ तौर-तरीकों और शर्तों के आधार पर लागू किया जाएगा, जो पारस्परिक रूप से लाभकारी और सहमत होंगे।
इस पहल से भक्तों को भोलेनाथ के दुर्लभ दर्शन करने और ‘दुर्लभ दर्शन केंद्र’ में पांच भागों वाली आरती में भाग लेने का मौका मिलेगा, जो सिर्फ 11 मिनट और 50 सेकेंड में होगी। यह पहल उज्जैन के महाकालेश्वर और माता वैष्णो देवी मंदिरों से प्रेरित है।
ग्वालियर की एक भक्त छवि गुप्ता ने एजेंसी को बताया, कि यह एक बहुत अच्छा और यथार्थवादी अनुभव था। मुझे ऐसा लगा जैसे मैं मंदिर के अंदर बैठी हूं…मुझे सभी आरतियां देखने को मिलीं।
एक अन्य भक्त चंदन रूपानी ने को बताया, कि यह एक दिव्य और अद्भुत अनुभव है…थोड़े ही समय में आपको काशी विश्वनाथ का इतिहास पता चल जाता है।