नई दिल्ली । हिन्दुओं द्वारा लगातार की जा रही मांंग के बाद अब सरकारी संगठन ने भी कुुतुुबमीनार परिसर से भगवान गणेश की दो प्रतिमाएं हटाने की मांंग की है। केंद्र सरकार की संस्था राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (एनएमए) ने इस बारे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) को पत्र लिखा है। इस बीच एनएमए के चेयरमैन तरुण विजय ने कहा है कि मैंने इस स्थल का कई बार दौरा किया है। वहां मुझे अहसास हुआ कि भगवाण गणेश की प्रतिमाओं के लिए यह सम्मानजनक स्थल नहीं है, यहां घूमने आने वालों के कदमों के नजदीक ये प्रतिमाएं होती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यह बहुुत ही अपमानजक है कि वहां गणेण की उल्टी मूर्तियां लगी हैं।उन्होेंने इस बारे में एएसआइ को पत्र लिखा है।एएसआइ के पूर्व अधिकारी व वरिष्ठ पुरातत्वविद डा के एन दीक्षित कहते हैं कि इसमें कुछ भी तकनीकी पहलू नहीं है, अगर वहां गणेश जी की मूर्तियां उल्टी लगी हैं तो उन्हें हटाया जा सकता है औैर निकाल कर दूसरी जगह रखा जा सकता है।
तरुण विजय ने कहा कि आजादी के बाद हमने ब्रिटिश राजा और रानी की मूर्तियां इंडिया गेट से हटवा दी थीं, ऐसी कई सड़कों के नाम बदल दिए, जो गुलामी के दौर की याद दिलाते थे।उन्होंने कहा है कि कुतुबमीनार परिसर में जितनी भी मूर्तियां हैं, उन प्रतिमाओं को सम्मानपूर्वक राष्ट्रीय संग्रहालय में रखवा दिया जाना चाहिए।
यहां बता दें कि इससे दो साल पहले एनएमए परिसर में स्मारकों की लगाई गई चित्र प्रदर्शनी में गुलाम कश्मीर में स्थित तीन स्मारकों को भी प्रदर्शित किया जा चुका है। एनएमए इन्हें भारत के स्मारक मानता है।गुुलाम कश्मीर के स्मारकों के चित्र प्रदर्शनी में लगाने के लिए एनएमए ने विदेश मंत्रालय से अनुमति ली थी।इस संबंध में एएसआइ की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।