केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने शनिवार को कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए कहा था कि बच्ची को सिर्फ इसलिए बदनाम किया जा रहा है, क्योंकि मैंने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के 5,000 करोड़ रुपये की लूट को उजागर किया था। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने चुनौती दी थी कि राहुल गांधी में साहस है तो फिर से अमेठी से चुनाव लड़कर दिखाएं। वह एकबार फिर राहुल गांधी को अमेठी से हरा देंगी। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने इन झूठे आरोपों को लेकर कोर्ट जाने और कानूनी तौर पर कांग्रेस से जवाब मांगने की चेतावनी दी थी।
कांग्रेस ने आरोपों को गंभीर बताते हुए प्रधानमंत्री से तुरंत स्मृति को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की थी। वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि मां का बदला बेटी से लिया जा रहा है। मेरी बेटी 18 साल की है और पढ़ाई कर रही है। कांग्रेस दिखाए कि नोटिस में मेरी बेटी का नाम कहां है। मैंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के भ्रष्टाचार पर सवाल उठाया तो कांग्रेस मेरी बेटी को मोहरा बनाकर घिनौना खेल खेल रही है। इसका जवाब उसको अदालत में देना होगा।
स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा था कि कांग्रेस मुख्यालय में दो अधेड़ उम्र के पुरुषों (जयराम रमेश और पवन खेड़ा) ने 18 साल की लड़की की इज्जत की धज्जियां उड़ाने का दुस्साहस किया। मेरी बेटी का दोष केवल इतना है कि उसकी मां ने 2014 और 2019 में राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ा और सोनिया गांधी और राहुल के भ्रष्टाचार को जनता के बीच जाकर उजागर किया। मालूम हो कि शनिवार को सुबह कांग्रेस के संचार प्रमुख जयराम रमेश और पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरटीई के हवाले से स्मृति इरानी की बेटी पर गंभीर आरोप लगाए थे।