हांगकांग, : दक्षिणी चीनी शहर को सामान्य स्थिति में लाने की अपनी रणनीति के तहत हांगकांग 30 जनवरी से कोविड-19 से संक्रमित लोगों के लिए अपने अनिवार्य आइसोलेशन के नियम को खत्म कर देगा। शहर के एक नेता ने गुरुवार को ये बात कही है। पिछले तीन साल से महामारी से बचाव के लिए हांगकांग (Hong Kong) ने खुद को चीन की ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ के साथ जोड़ रखा था।
कोरोना को लेकर सख्त नियम
नियम के तहत कोरोना के हल्के लक्षण होने पर भी लोगों को अस्पतालों या फिर सरकार की तरफ से संचालित क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया जाता था। वर्तमान में संक्रमित व्यक्तियों को कम से कम पांच दिनों के लिए घर में अलग रहने की अनुमति है और लगातार दो दिनों तक निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद वो बाहर जा सकते हैं।
‘मजबूत है इम्यून सिस्टम’
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन ली ने सांसदों से कहा कि उन्होंने शहर के उच्च टीकाकरण और कम संक्रमण दर के आधार पर ये फैसला लिया है। स्थानीय लोगों में मजबूत इम्यून सिस्टम है, अधिकांश संक्रमित व्यक्तियों में केवल हल्के लक्षण ही दिखते हैं। लिहाजा, सरकार को एक स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ बदलाव करना चाहिए।
‘नहीं खराब हुई स्थिति’
जॉन ली ने कहा कि ये एक ऐसा कदम है, जो सभी देशों ने सामान्य स्थिति पर आने के लिए उठाए हैं। हांगकांग अब इस चरण में पहुंच गया है। शहर में महामारी की स्थिति तब से खराब नहीं हुई, जब उसने लगभग दो सप्ताह पहले मुख्य भूमि चीन के साथ अपनी सीमा को फिर से खोलना शुरू किया था।
टीकाकरण होगा जरूरी
हांगकांग में कभी दुनिया के कुछ सबसे सख्त COVID-19 नियम लागू थे। मगर अब वो अपनी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबंधों में ढील दे रहा है। इसमें कोरोना की जांच करने वालों के करीबी संपर्कों के लिए आइसोलेशन के नियम को हटाना और कुछ स्थानों पर प्रवेश करने के लिए टीकाकरण की आवश्यकताएं शामिल हैं।