- कोरोना संकट के बीच राज्य सरकारें महामारी से पीड़ित लोगों की मदद करने में जुटी हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी बड़ा फैसला लेते हुए ऐलान किया है कि महामारी के बीच अनाथ हुए बच्चों की जिम्मेदारी अब सरकार उठाएगी.
जानकारी के मुताबिक पूरे प्रदेश में ऐसे 60 बच्चे चिन्हित किए गए हैं जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को कोरोना से खोया है. ऐसे बच्चों के लिए बकायदा एक टास्क फोर्स का भी गठन किया जा रहा है ताकि अनाथ हुए बच्चों की कोई ट्रैफिकिंग ना कर सके.
सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ हुई मीटिंग में यह मुद्दा उठा था कि सोशल मीडिया पर कई लोग अनाथ हुए बच्चों को गोद लेने की बात कर रहे हैं जिससे चाइल्ड ट्रैफिकिंग की संभावना है.
इसके अलावा 609 ऐसे और बच्चे चिन्हित किए गए हैं जिन्होंने कोरोना के इस दौर में अपने अभिभावक, माता-पिता में से किसी को खोया है या कई अभी भी पूरी तरीके से उबर नहीं पाए हैं. ऐसे बच्चों को सरकार ने फौरी तौर पर मदद करने के आदेश दिए हैं.
इके अलावा जल्द ही प्रदेश के 70 जिलों में एक टास्क फोर्स काम करने लगेगा. फिरोजाबाद, औरैया, पीलीभीत, हापुड़, सहारनपुर, लखनऊ जैसे जिलों में जिला अधिकारी के नियंत्रण में यह टास्क फोर्स बनाने की तैयारी भी कर ली गई है.
इससे पहले राज्य में लागू लॉकडाउन के दौरान बंद प्राइमरी स्कूल के छात्रों के लिए राज्य सरकार भत्ता और अनाज देने का ऐलान किया. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग प्राइमरी स्कूलों के छात्रों को लॉकडाउन की अवधि के लिए मिड-डे मील का भत्ता और अनाज देगी.