नई दिल्ली, । देश के संविधान से देश का नाम INDIA से बदलकर भारत किया जा सकता है। अटकलें हैं कि 18 सितंबर से शुरू हो रहे संसद के विशेष सत्र के दौरान देश का नाम बदलने का प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। उधर, इसको लेकर सियासत तेज हो रही है। विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध रहे हैं, जबकि सरकार ने पलटवार किया है।
जयराम रमेश का बड़ा दावा
दरअसल, देश का नाम बदले जानी की खबरों को और दम तब मिला जब कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने बड़ा दावा कर दिया। जयराम ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में 9 सितंबर को होने वाले G20 के डिनर के आमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत‘ लिखा गया है।
विपक्ष का हमला
राजद नेता मनोज झा ने इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा है। मनोज झा ने कहा कि अभी कुछ ही हफ्ते पहले हमने अपने गठबंधन का नाम रखा था। इंडिया और बीजेपी ने ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ की जगह ‘रिपब्लिक ऑफ भारत’ लिखकर निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है। संविधान के अनुच्छेद 1 में लिखा है ‘इंडिया भारत है’। मनोज झा ने कहा कि ना आप हमसे इंडिया छीन पाए है और ना ही भारत।
क्या बोले केंद्रीय मंत्री?
उधर, इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर की प्रतिक्रिया सामने आई है। जयराम रमेश के दावे पर राजीव ने कहा कि उन्हें हर चीज से समस्या है और मुझे कुछ नहीं कहना है। मैं ‘भारतवासी’ हूं, मेरे देश का नाम ‘भारत’ था और हमेशा ‘भारत’ ही रहेगा। अगर कांग्रेस को इससे दिक्कत है तो उन्हें इसका इलाज खुद ढूंढना चाहिए।
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इस पर बयान दिया है। उन्होंने एस्ट पर पोस्ट कर लिखा है कि रिपब्लिक भारत- खुशी और गौरवान्वित हूं कि हमारी सभ्यता साहसपूर्वक अमृत काल की ओर आगे बढ़ रही है।