तेल अवीव। हमास के खिलाफ इजरायल आर-पार की लड़ाई लड़ रहा है। इजरायल ने गाजा को बंद सैन्य क्षेत्र घोषित कर दिया है। गाजा में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। हमास आतंकियों से लड़ाई के दौरान बुधवार को इजरायली सैनिकों ने गाजा पट्टी की ओर जमकर गोले दागे।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार युद्ध के दौरान निगरानी रखने के लिए एक वॉर कैबिनेट बना दिया है। एक ओर जहां भारत समेत पश्चिमी देश इजरायल के साथ खड़े हैं वहीं फलस्तीन के समर्थन में मुस्लिम देश अब एक हो चुके हैं।
गाजा में मूलभूत सुविधाओं की आपूर्ति ठप
अरब लीग (League of Arab States) ने बुधवार को इजरायल हमास युद्ध के बीच एक आपातकालीन बैठक बुलाई। इस बैठक में गाजा पर इजरायल के द्वारा की गई पूर्ण नाकाबंदी को अन्यायपूर्ण बताया है। इजरायल ने गाजा पट्टी को पूरी तरह घेर रखा है। इजराइल ने गाजा में भोजन, ईंधन और दवाओं की आपूर्ति पर रोक लगा दी है। वहीं, बुधवार को गाजा में बिजली आपूर्ति भी ठप हो चुकी है।
(अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल घीत की फाइल फोटो)
यह बैठक मुस्लिम देश के विदेश मंत्रियों के बीच हुई। बैठक में नेताओं ने ये मांग उठाई कि जल्द से जल्द गाजा में मूलभूत सुविधाओं को बहाल की जाए। वहीं, बैठक में इजरायल से अपने अंतरराष्ट्रीय कर्तव्यों का पालन करें ‘टू स्टेट’ समाधान पर बातचीत पर वापस लौटें।
नागरिकों को मारकर हासिल न करें स्वतंत्रता: अरब लीग
अरब लीग के महासचिव ने बैठक में इस बात को कहा,”हम दोनों पक्षों के नागरिकों के खिलाफ हिंसा के खिलाफ हैं। नागरिकों को मारना स्वतंत्रता प्राप्त करने का साधन नहीं होना चाहिए।
लीग के महासचिव ने आगे कहा,”वर्तमान में जो घटना घट रही है वो आज का परिणाम नहीं है, बल्कि फलस्तीन के लोगों को सही अधिकार न मिलने की वजह से यह घटना घट रही है।”
गाजा सीमा पर तैनात किए गए तीन लाख सैनिक: आईडीएफ
इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अपने सैनिकों से कहा,“हमास बदलाव चाहता था और उसे बदलाव मिलेगा। गाजा में जो था वह अब नहीं रहेगा। हमने हवाई हमलों से आक्रामक शुरुआत की, बाद में हम जमीन से भी जाएंगे।” उन्होंने कहा, ‘हम इंसान के रूप में पशुओं से लड़ रहे है।”
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कोनरिकस ने कहा कि गाजा सीमा पर लगभग तीन लाख सैनिकों को तैनात किया गया है और वे सुनिश्चित करेंगे कि युद्ध खत्म होने के बाद हमास के पास कोई सैन्य शक्ति शेष न रहे।
ये देश हैं अरब लीग के सदस्य
इस समय अरब लीग में 22 सदस्य हैं।
- अल्जीरिया
- बहरीन
- मिस्र
- इराक
- जॉर्डन
- कुवैत
- लेबनान
- लीबिया
- मॉरिशियाना
- मोरक्को
- ओमान
- फिलिस्तीन
- कतर
- सऊदी अरब
- सोमालिया
- सूडान
- ट्यूनीशिया
- संयुक्त अरब अमीरात
- यमन
- जिबूती
- कोमोरस