चंदौली। इस वक्त जनपद का किसान एक बार फिर कतारबद्ध नजर आ रहा है। इस बार किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की केवाईसी कराने के लिए हाल परेशान है। सरकार की ओर से अचानक आए फरमान के बाद जनसेवा केंद्रों के बाहर किसानों की भीड़ जमा हुई तो सरकारी वेबसाइट इसका बोझ नहीं उठा पाया। नतीजा भीड़ बढ़ती गयी और इसके साथ ही किसानों की मुश्किलें भी बढ़ी। फिलहाल किसानों की परेशानी दूर नहीं हुई है और इन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं 31 मार्च तक उनकी केवाईसी नहीं हुई तो सम्मान निधि का पैसा रुक जाएगा। विदित हो कि पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ पाने के लिए किसानों को अब ई.केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया है। लाभार्थियों को आधार से मोबाइल नंबर को लिंक कराना होगा। इसके बाद ही उनके खाते में सम्मान निधि की अगली किस्त जाएगी। इसके लिए 31 मार्च तक की समय सीमा निर्धारित की गई है। ऐसे में ई.केवाईसी कराने के लिए लाभार्थियों की भीड़ आधार सेंटरों पर उमड़ रही है। इसमें सर्वर व वेबसाइट पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। वहीं मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित जनसेवा केंद्रों पर किसानों की भारी भीड़ देखने को मिली। किसान सम्मान निधि की वेबसाइट ध्वस्त होने के कारण लोगों की ई.केवाईसी नहीं हो पा रही है। स्थिति यह है कि लोग रात को जागकर जनसेवा केंद्रों पर केवाईसी कराते हुए नजर आ रहे हैं। केवाईसी प्रक्रिया में आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर पर दो बार पर ओटीपी जाता है। हालांकिए वेबसाइट काफी धीमी चल रही है। इसकी वजह से ओटीपी भरने और सबमिट करने में 15 से 20 मिनट का समय लग रहा है। इससे सहज जनसेवा केंद्र संचालक भी परेशान हैं। वहीं चाहकर लोगों का काम नहीं कर पा रहे हैं। सुबह से लोग डाकघर में मोबाइल आधार को लिंक कराने के लिए लाइन में लगे रहे।