मुगलसराय। निकाय का चुनाव में प्रत्याशियों को भीतर घातीयों को भी लेकर चिंता है जो प्राय: सभी दल में मिल सकते हैं। स्थानीय नगर पालिका परिषद प्रदेश के नगर पालिका में अपना प्रमुख स्थान रखता है लेकिन जाम की समस्या को लेकर आज तक नगर पालिका परिषद एक मास्टर प्लान बनाकर नागरिकों को जाम की समस्या से निजात दिलाने में असफल रहा है जबकि केंद्र से लेकर स्थानीय पालिका में एक ही पार्टी की सत्ता पिछले एक दशक से काबिज होते चली आ रही है । इन सब के बावजूद क्या कारण है कि मूलभूत समस्याओं से लोगों को राहत नहीं मिल पा रहा है । स्थानीय लोगों का कहना है कि करोड़ों रुपए के विकास कार्यों के लोकार्पण की जानकारी तो मिली लेकिन यह पैसे कहां खर्च हुए हैं इसे खोजना दूर की कौड़ी साबित हो सकती है। लोगों का कहना है कि जनपद की प्रमुख सीट को अनुसूचित कर दिए जाने पर चुनाव की एक तरह से रौनक ही खत्म हो गई है। स्थानीय नगर पालिका परिषद का चुनाव यदि सामान्य या ओबीसी सीट होती तो चुनाव देखने में आता लेकिन समझ ही नहीं आ रहा है चुनाव किस गति से बढ़ रहा है । वैसे नगर पालिका परिषद के चुनाव में एक प्रत्याशी काफी शिक्षित भी दिखाई पड़ रहा है वह अपने पक्ष में कितना लोगों को आकर्षित कर पाता है यह उसके मेहनत पर निर्भर है। लोगों का कहना है कि नगरपालिका परिषद की जिम्मेदारी काफी जटिल है। ऐसे में शिक्षित सक्षम लोगों को मौका मिलना चाहिए। रही बात अन्य प्रत्याशियों की तो कोई सभासद रहा है तो कोई मात्र भाग्य आजमाने आया हुआ ऐसे में चुनाव के जीत का स्वाद कौन चखेगा यह कहना आसान नहीं होगा । लोगों का कहना है कि नगरपालिका परिषद में अनेकों मूलभूत समस्याएं व्याप्त हैं जिसका निराकरण होना आवश्यक है। लोगों को स्थानीय मुद्दे पर ही केन्द्रित होकर मतदान करने की आवश्यकता है। कारण कि निकाय चुनाव स्थानीय चुनाव होता है। ऐसे में सूझ बूझ वाले प्रत्याशी का चयन करना चाहिए।