पड़ाव। हिंदी साहित्य के पुरोधा भारत वर्ष के मूर्धन्य विद्वान एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय जी के निजी सचिव तथा शिष्य आचार्य सीताराम चतुर्वेदी जी का 116 वां जन्मदिवस आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय, डोमरी, बाल विद्यालय, डोमरी एवं प्रहलादघाट, वाराणसी में धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम प्रबंधक डॉ जयशीला पांडेय, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० विजय शंकर मिश्र तथा बाल विद्यालय डोमरी की प्रधानाचार्या श्रीमती नीता त्रिपाठी तथा श्री मुकुल पांडेय एवं श्री मंजुल पांडेय द्वारा आचार्य जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर आचार्य जी को नमन किया गया। संचालिका डॉ जयशीला पांडेय ने आचार्य की पुत्री एवं प्रबंधक होने के नाते अपने बचपन से लेकर अब तक आचार्य के संपूर्ण जीवन काल का संस्मरण बताया और कहा कि आचार्य जी ने हिंदी साहित्य, नाट्यशास्त्र एवं 16 विषयों में परास्नातक डिग्रियां प्राप्त की। आचार्य जी ने विभिन्न विषयों में पुस्तकों का लेखन किया जिनकी संख्या सैकड़ों के पार है तथा करीब 70 नाटकों का लेखन एवं मंचन किया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ विजय शंकर मिश्र ने आचार्य जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला व भजन भी गाया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की छात्रा आस्था ओझा बी०कॉम प्रथम सेमेस्टर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बाल विद्यालय प्रह्लादघाट की प्रधानाचार्या श्रीमती स्नेहलता पांडेय, डॉ० अरुण कुमार दुबे, डॉ० रजनी श्रीवास्तव, श्रीमती किरण शर्मा, श्रीमती श्वेता पांडेय, डॉ० रचिता सिंह, सुश्री सुरभि पांडेय, श्रीमती सोनिया मिश्रा, अनूप विश्वकर्मा, चंदन चौधरी, संतोष तिवारी, मोहन लाल यादव आदि शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।